मार्च, 2020 में रूबिना बानो ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में दी शिकायत में लोकल पुलिसकर्मियों पर 24 फरवरी को भाजपा नेता कपिल मिश्रा के इशारे पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं पर हिंसक हमला करने का आरोप लगाया। रूबिना ने दावा किया भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट के समर्थक भी दंगों में शामिल थे।
रुबिना ने हफिंगटन पोस्ट इंडिया से कहा तब से वो और उनका परिवार डर में जी रहा है। दंगों के समय तीन महीने की गर्भवती रहीं रूबीना ने बताया कि वो फरवरी में दिल्ली के चांदबाग इलाके में सीएए के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन में शामिल थीं। तब उन्हें पुलिसकर्मियों ने राइफल की बट से मारा था और जबरन प्रदर्शन स्थल को नुकसान पहुंचाया।
इधर दिल्ली पुलिस ने जून में एक सार्वजनिक बयान जारी कर कहा कि जिन लोगों ने पुलिस के खिलाफ शिकायत की, दरअसल वो खुद गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल थे। रूबिना कहती हैं कि जुलाई में उनके घर के बाहर अजनबी लोगों दिखाई देने लेगे।
सात अगस्त को जब मामले में सुनवाई हुई तो रूबिना ने हाईकोर्ट से उन्हें सुरक्षा देने की मांग की थी। इसके बाद पिछले सप्ताह 22 अगस्त को सादे लिबास में दो पुलिसकर्मी दंगों के मामले में पूछताछ के लिए रूबिना के नाबालिग बेटे और उनके भतीजे को नोटिस देने के लिए घर आए। बकौल रूबिना पुलिस ने मेरे बेटे और उसके चचेरे भाई की तस्वीर दिखाई जो घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे से ली गई थी। उनका कहना है कि जब दंगों हुए तब दोनों लड़के घर के बाहर क्रिकेट खेल रहे थे।
रूबिना के अनुभव के आधार पर मावनाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इससे पता चलता है कि दिल्ली पुलिस दंगों की जांच के दौरान कैसे गवाहों को परेशान कर रही है। रूबिना के पति इस्लाम कहते हैं कि गर्भवती पत्नी और बेटे की मदद के बीच उन्हें कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया, ‘मुझे हॉस्पिटल जाना चाहिए या बेटे की सुरक्षा के लिए घर पर ही रहना चाहिए। दूसरे बच्चा घर में आए तो मैं अपने पहले बेटे को खोना नहीं चाहता।’
उन्होंने कहा कि दंगा खत्म हो गया और हिंसा करने वाले चले गए। मगर हमारी पीड़ा का कोई अंत नहीं है। लगता नहीं कि दिल्ली में रहते हम कभी भय से मुक्त हो पाएंगे। इधर अपने बेटे को समन मिलने पर रूबिना कहती है कि दिल्ली पुलिस बदले की भावना से ऐसा कर रही है। थाने में हाजिरी लगवाई जा रही है। उन्हें परेशान किया जा रहा है।

