शुक्रवार को दिल्ली में हुई भारी बारिश ने दिसंबर में 27 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, शुक्रवार रात 8:30 बजे तक 42.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। दिन का अधिकतम तापमान केवल 14.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 6 डिग्री कम था। पिछले 12 घंटों में 35.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में ठंडक बढ़ गई। इससे पूरे दिन लोग ठंड से कांपते रहे।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव

मौसम विभाग के अनुसार, इस बदलाव का मुख्य कारण एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के साथ इसका मेल है। इससे न केवल दिल्ली, बल्कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में भी बारिश और ठंड का असर देखा गया। दिल्ली में दिसंबर के महीनों में अक्सर कम बारिश होती है। 2023 में यह स्थिति बदली, जबकि 2022 में इस महीने कोई बारिश नहीं हुई थी। 2021 में 9.6 मिमी और 2020 में सिर्फ 1.6 मिमी बारिश हुई थी। इस बार, 2019 के 33.9 मिमी के रिकॉर्ड को भी पार कर लिया गया है।

तापमान में गिरावट और कोहरे की उम्मीद

शुक्रवार का अधिकतम तापमान इस सीजन में अब तक का सबसे कम रहा। यह न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस से मात्र 3.6 डिग्री ज्यादा था। आईएमडी ने इसे असामान्य स्थिति बताया है। अगले कुछ दिनों में भी ठंडक और कोहरा बने रहने की संभावना है। शनिवार तक रुक-रुक कर बारिश और दिन का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है। गुरुवार तक सुबह के समय घने कोहरे की संभावना जताई गई है।

भारी बारिश के बावजूद दिल्ली की वायु गुणवत्ता में कोई खास सुधार नहीं हुआ। शुक्रवार को AQI 353 रहा, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। गुरुवार को यह 345 था। हालांकि, अगले कुछ दिनों में सुधार की उम्मीद है, और AQI “खराब” श्रेणी में आ सकता है।

बारिश के चलते वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत स्टेज III के प्रतिबंध वापस ले लिए। इनमें गैर-जरूरी निर्माण कार्य और BS-III पेट्रोल तथा BS-IV डीजल वाहनों पर रोक शामिल थी। हालांकि, स्टेज I और II के तहत पार्किंग शुल्क बढ़ाने और सड़कों पर पानी का छिड़काव जैसे उपाय अब भी लागू रहेंगे।

दिल्ली की बारिश ने ठंड बढ़ाई और वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जगाई है। हालांकि, कोहरा और ठंड के साथ लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। IMD ने मौसम को लेकर सचेत रहने की सलाह दी है।