प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (30 मार्च) को नए संसद भवन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने 1 घंटे से ज्यादा समय नयी बिल्डिंग में बिता कर संसद के दोनों सदनों में मिलने वाली सुविधाओं का अवलोकन किया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया।

पीएम मोदी ने नए संसद भवन के काम में लगे श्रमिकों से भी बातचीत की। प्रधानमंत्री के साथ नए संसद भवन के निरीक्षण के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी मौजूद थे।

सनातन परंपरा का 5000 साल का इतिहास समेटे होगी संसद की नई इमारत

दिल्ली में बन रही संसद भवन की नयी इमारत भारतीय सभ्यता के 5000 वर्षों को दर्शाएगी। सनातन परंपरा और वास्तुकला के लगभग 5,000 आर्ट वर्क को इसके लिए तैयार किया गया है, जिसमें पेंटिंग, डेकोरेटिव पीस, दीवार पैनल, पत्थर की मूर्तियों और धातु की वस्तुओं को नए संसद भवन की इमारत में लगाया जाएगा।

द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, नई इमारत के 6 प्रवेश द्वारों पर शुभ जानवरों की मूर्तियां लगाई जाएंगी। उत्तर के प्रवेश द्वार पर गज (हाथी) की मूर्ति लगाई जाएगी जो ज्ञान, धन, बुद्धि और स्मृति का प्रतिनिधित्व करता है। पूर्वी प्रवेश द्वार पर गरुड़ है, जो लोगों की आकांक्षाओं का प्रतीक है। उत्तर-पूर्वी प्रवेश द्वार में हंस है, जो विवेक और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। नई इमारत में स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में शामिल व्यक्तित्वों को समर्पित 6 ग्रेनाइट प्रतिमाएं भी होंगी। इसके अलावा दोनों सदनों के लिए प्रत्येक में चार दीर्घाएं, तीन औपचारिक उपकक्ष और एक संविधान गैलरी होगी।

सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत हो रहा निर्माण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। इस कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, कैबिनेट मंत्रियों और विभिन्न देशों के राजदूतों ने भाग लिया था। नई संसद बिल्डिंग का क्षेत्रफल 64,500 वर्ग मीटर होगा। नए भवन में लोकसभा कक्ष में 888 और राज्यसभा कक्ष में 384 सीटें होंगी। वर्तमान संसद भवन के विपरीत इसमें केंद्रीय कक्ष नहीं होगा। संयुक्त सत्र में लोकसभा कक्ष 1,272 सदस्यों को समायोजित करने में सक्षम होगा। शेष भवन में मंत्रियों के कार्यालय और समिति कक्षों के साथ 4 मंजिलें होंगी।

केंद्र सरकार ने 2019 में सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना शुरू की थी, जिसमें अन्य परियोजनाओं के साथ-साथ नए संसद भवन का निर्माण भी शामिल है। नए कॉम्प्लेक्स का आकार त्रिकोणीय होगा।