दिल्ली के पालम कॉलोनी निवासी सतबीर बरेला की 24 वर्षीय बेटी हर्षिता बरेला, जो लंदन में रहती थी, की हत्या ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। हर्षिता, जिसे प्यार से “स्वीटी” कहा जाता था, अपनी शादी के बाद से लंदन में रह रही थी। लेकिन 13 नवंबर को जब उसके पिता का व्हाट्सएप संदेश घंटों तक अनदेखा रहा, तो उनके मन में डर बैठ गया। सतबीर ने बताया कि उनकी बेटी हर दिन परिवार से बात करती थी। 10 नवंबर को उसने 40 मिनट तक वीडियो कॉल पर बात की थी, जिसमें वह पकौड़े, पालक पूरी और आलू की सब्जी बना रही थी। लेकिन उसके बाद से वह गायब हो गई। 11 नवंबर को उसके फोन पर कॉल नहीं लगी, और 12 नवंबर को पति पंकज लाम्बा से भी संपर्क नहीं हो सका।
पुलिस जांच में सामने आया सच
13 नवंबर को भी हर्षिता का जवाब नहीं मिलने पर सतबीर ने मैनचेस्टर में उनके एक परिचित से संपर्क किया। 14 नवंबर को स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई। उसी दिन, हर्षिता का शव ईस्ट लंदन के ब्रिसबेन रोड पर एक कार के बूट में मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण गला घोंटना बताया गया।
पति पर हत्या का शक
पुलिस ने हर्षिता के पति पंकज पर हत्या का शक जताया है, जो घटना के बाद देश छोड़कर भाग गया। हर्षिता के पिता का कहना है कि पंकज ने हर्षिता से शादी के बाद उसके 4 लाख रुपये लिए थे और उसके पैसों पर नजर रखता था। परिवार ने बताया कि हर्षिता की शादीशुदा जिंदगी में तनाव था। अगस्त में एक बार उसे घर से भागते देखा गया था, जब पंकज उसका पीछा कर रहा था। इस घटना के बाद हर्षिता ने घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी और उसे पुलिस सुरक्षा दी गई थी।
परिवार का आरोप है कि पंकज और उसके परिवार ने हर्षिता को आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान किया। सतबीर ने कहा, “पंकज का परिवार भी इस हत्या में शामिल हो सकता है। वे हमसे संपर्क करने तक नहीं आए। सतबीर और उनकी बड़ी बेटी सोनिया ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दी है। सोनिया ने कहा, “हर्षिता अपने नए जीवन को लेकर बहुत उत्साहित थी। वह क्रिसमस पर अपना जन्मदिन मनाने के लिए खुश थी, क्योंकि लंदन इस समय बेहद खूबसूरत होता है।”
हर्षिता की मां सुधेश कुमारी ने कहा, “मैं सिर्फ यही चाहती हूं कि मेरी बेटी का शव भारत आए और उसके हत्यारे को फांसी दी जाए।” दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है और पंकज लाम्बा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है।
