Delhi NCR Weather: दिल्ली में दीवाली के बाद से वायु प्रदूषण और खराब वायु गुणवत्ता का संकट गहराता जा रहा है। त्योहार के बाद से शहर की हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ा है, जिससे दिल्ली और आसपास के इलाके एक गैस चैंबर में तब्दील हो गए हैं। अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से शुरू हुआ यह संकट अब नवंबर में भी बरकरार है, और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई जगहों पर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। राजधानी अब देश के सबसे प्रदूषित शहरों में सबसे ऊपर है। गुरुवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 355 दर्ज किया गया, जबकि कुछ इलाकों में स्थिति और भी गंभीर रही।
दिल्ली के प्रमुख इलाकों में प्रदूषण का स्तर बेहद चिंताजनक है। आनंद विहार में AQI 425 और वजीरपुर में 428 तक पहुंच गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। द्वारका सेक्टर 8 में AQI 368 और अलीपुर में 386 दर्ज किया गया, जो खराब वायु गुणवत्ता को दर्शाता है। जहांगीरपुरी और विवेक विहार जैसे इलाकों में AQI 431 और 408 के स्तर पर पहुंच चुका है, जिससे इन क्षेत्रों में हवा सांस लेने लायक नहीं बची है।
ठंड का मौसम धीरे-धीरे दस्तक दे रहा है, जिससे सुबह और शाम के वक्त ठंड बढ़ रही है, लेकिन प्रदूषण की वजह से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदूषित हवा सांस से जुड़ी बीमारियों, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना अब बेहद जरूरी हो गया है।
दिल्ली-NCR Weather and AQI Live
दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI लगातार खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। बुधवार को औसत AQI 351, मंगलवार को 373, सोमवार को 381 और रविवार को 382 रहा। सात प्रमुख स्थानों – आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, मुंडका, रोहिणी, जहांगीरपुरी, और वजीरपुर में AQI 400 से भी ऊपर पहुंच चुका है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इन क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हो चुकी है कि स्वास्थ्य पर इसके दुष्प्रभाव बढ़ते जा रहे हैं।
एक अध्ययन के अनुसार, अक्टूबर में दिल्ली भारत का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां पीएम 2.5 का औसत स्तर 111 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) के विश्लेषण में बताया गया कि भारत के 10 सबसे प्रदूषित शहर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में ही स्थित थे, जो चिंताजनक स्थिति को और भी स्पष्ट करता है।
