Mock Drill in Delhi NCR: आज राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में सुबह से ही मॉक ड्रिल हो रही है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों समेत गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद गौतम बुद्धनगर से एनसीआर के क्षेत्रों में भी मॉक ड्रिल की जा रही है, जिसमें लोगों को भूकंप, प्राकृतिक आपदा या रासायनिक रिसाव की स्थिति के दौरान निपटने के गुर सिखाए जा रहे हैं।

दरअसल, दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद में आज भूकंप आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने और आम नागरिकों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मेगा मॉकड्रिल आयोजित की जा रही है। इसको लेकर लोगों के मोबाइल पर मैसेजस आ रहे हैं। साथ ही मॉक ड्रिल वाली लोकेशंस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

आज की बड़ी खबरें…

18 जिलों के 55 से ज्यादा ठिकानों पर मॉक ड्रिल

मॉक ड्रिल के तहत सायरनों की आवाजों से लेकर इमरजेंसी वाहनों की आवाजाही ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। NDMA और डीडीएमए द्वारा आयोजित मेगा मॉक ड्रिल के तहत दिल्ली एनसीआर के 18 जिलों के 55 से अधिक स्थानों पर यह ड्रिल हुई है।

दिल्ली के दरियागंज में मॉक ड्रिल

मॉक ड्रिल के दौरान सुबह-सुबह जैसे ही सायरन बजे, तैसे ही एनडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, एनसीसी और दिल्ली पुलिस की अलग-अलग टीमें हरकत में आ गई। दरियागंज के गोलचा सिनेमा में मॉक ड्रिल हुई। यहां डीडीएमए और स्वास्थ्यकर्मियों ने घायल डमी को रेस्क्यू किया। यह कार्रवाई यह मान कर की गई कि भूकंप से धरती हिलने की वजह से इमारत को नुकसान हुआ है और पीड़ितों को बचाया जा रहा है।

पाकिस्तानी महिला से शादी करने वाले मुनीर अहमद पर एक्शन होगा!

गुरुग्राम में मॉक ड्रिल

कुछ इसी तरह गुरुग्राम के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में भी मॉकड्रिल हुई। यहां के 31 के पॉल क्लिीनिक में ऊपरी मंजिलों से डमी लोगों को रस्सी के सहारे उतारा गया, और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके जरिए लोगों को आपदा प्रबंधन से निपटने के लिए जागरूक भी किया गया।

गौतबबुद्ध नगर में भी मॉक ड्रिल

बात गौतमबुद्ध की करें तो आज सुबह 9 बजे से आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) ग्रेटर नोएडा और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में भी मॉक ड्रिल की गई। इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में त्वरित रिस्पॉन्स, समन्वय और राहत कार्यों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना रहा। इस मॉक ड्रिल के लिए आपदा प्रबंधन के लोगों ने एक काल्पनिक औद्योगिक विस्फोट और भूकंप जैसी स्थिति बनाई गई।

इसके लिए जैसे ही आपदा की घोषणा की गई तैसे ही कर्मचारियों और अधिकारियों को सुरक्षित निकालने के लिए काम शुरू किया गया। धुएं और अफरा-तफरी के बीच सभी ने सुरक्षा नियमों का पालन किया और सुरक्षित खुले स्थानों की तरफ निकल। इस दौरान जो डमी लोग घायल हुए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कोलकाता पुलिस के पास शिकायत कराने गई थी बांग्लादेशी एक्ट्रेस, छोटी चूक पड़ी भारी, पास मिले दो आधार कार्ड

यूपी के नए मुख्य सचिव बने एसपी गोयल, 1989 बैच के रह चुके हैं टॉपर