अनामिका सिंह
यही वजह है कि बीते साल के मुकाबले जुलाई में ही डेंगू-मलेरिया के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। उस पर भी मलेरिया से अधिक डेंगू का दंश दिल्लीवासियों को परेशान कर रहा है। हालांकि दिल्ली नगर निगम हो या फिर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) दोनों सिविक एजंसियां डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए भरसक प्रयास करने में जुटी हुर्इं हैं। बावजूद इसके आंकड़े काफी डरा रहे हैं।
बता दें कि बीते सप्ताह 15 जुलाई तक नगर निगम के इलाके में आठ मलेरिया के मामले सामने आए। जबकि जुलाई के पूरे माह में 16 मामले दर्ज किए गए, वहीं साल 2022 में जुलाई माह में 10 मामले दर्ज किए गए थे। अगर कुल मामलों की बात करें तो साल 2021 में 15 जुलाई तक 17, साल 2022 में 29 व साल 2023 में अभी तक 54 मामले सामने आ चुके हैं।
ऐसे में नगर निकायों को डर सता रहा है कि बाढ़ के चलते कहीं साल 2019 का रिकार्ड न टूट जाए क्योंकि तब सालभर में 713 मामले दर्ज किए गए थे और मलेरिया ने काफी आतंक बरपाया था। अगर आंकडों को देखें तो मलेरिया का सबसे अधिक असर करोल बाग व शाहदरा उत्तरी जोन पर दिखाई पड़ता दिख रहा है।
वहीं डेंगू के आंकडे भी काफी डराने वाले हैं। 15 जुलाई तक डेंगू के कुल 163 मामले प्रकाश में आए हैं। जबकि साल 2022 में यह आंकड़ा 158 का था। बात अगर एक सप्ताह की करें तो कुल 19 मामले सामने आए हैं जिनमें से तीन एनडीएमसी क्षेत्र के भी हैं। जबकि साल 2020 की बात करें तो जुलाई माह में 28 मामले व साल 2021 में 40 डेंगू के मामले आए थे।
साप्ताहिक रपट के अनुसार बाढ़ के बाद रोहिणी व शाहदरा उत्तरी जोन में डेंगू के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। हालांकि इस सप्ताह चिकनगुनिया को कोई मामला सामने नहीं आया है और अभी तक कुल 14 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि एनडीएमसी क्षेत्र में कुल 13 मामले डेंगू व एक मलेरिया का मामला सामने आया है। नगर निगम ने डेंगू के लार्वा को लेकर 19761574 घरों में जांच की है और 75861 नोटिस जारी किए हैं। वहीं एनडीएमसी ने 428535 घरों की जांच कर चुका है और 5996 सैंपल को मलेरिया जांच के लिए उठाया गया है।
कुल 1175 लोगों को नोटिस व एक को चालान किया गया है।बाढ़ के बाद नगर निगम व एनडीएमसी लगातार जलजमाव वाले क्षेत्रों के सैंपल एकत्र करने में लगी हुई है और घरों में पानी इकट्ठा न हो इसकी जांच कर सख्त कार्रवाई करते हुए नोटिस-चालान भी जारी कर रही है।
एनडीएमसी लगातार डेंगू-मलेरिया को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है। स्कूलों में 838 डेंगू हेल्थ कार्ड बांटे गए हैं, करीब 53 स्थानों पर नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूक किया गया है। अभी तक 41 मीटिंग आरडब्लूए व मार्केट एसोसिएशन के साथ हो चुकी है। करीब 68365 घरों व वाणिज्यिक स्थानों पर फागिंग भी करवाई गई है।
सतीश उपाध्याय, एनडीएमसी उपाध्यक्ष।
जलभराव खत्म करने के बाद अब दिल्ली नगर निगम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों की सफाई और मच्छररोधी दवाइयों के छिड़काव का कार्य कर रहा है। हमारी कोशिश है कि अब डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के मामले ना आएं। हम लोगों से अपील लगातार कर रहे हैं कि अपने आस-पास साफ पानी जमा ना होने दें। कूलर, टंकी, गमलों और छत आदि पर रखे बर्तनों में जमा पानी को निकालते रहें।
शैली ओबराय, महापौर, नगर निगम।