दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली में बिजली और पानी की मांग भी बढ़ गई है और उसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को एक पत्र लिखा है।

केंद्रीय जल मंत्री को भी आतिशी ने लिखा पत्र

इस पत्र में आतिशी ने पानी की मांग की है। केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी आतिशी ने एक पत्र लिखा है और अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने की मांग की है। आतिशी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मानसून आने तक एक महीने के लिए दिल्ली को अधिक पानी छोड़ने के लिए रिक्वेस्ट किया है।

आतिशी का तर्क है कि इससे दिल्ली की जनता को पानी की कमी नहीं होगी। ठीक इसी प्रकार से उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भी पत्र लिखकर एक महीने के लिए यमुना नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ने का आग्रह किया है।

आतिशी ने कहा कि दिल्ली में लोग गर्मी और पानी की कमी से परेशान हैं और ऐसे समय भाजपा राजनीति न करें। उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीति करने की बजाय दोनों राज्यों को अतिरिक्त पानी देने की अपील करें। उन्होंने कहा कि जब तक दिल्ली में मानसून नहीं आता, तब तक हमें पानी दिया जाए।

आतिशी के आरोपों पर भाजपा ने भी जवाब दिया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि आतिशी दिल्ली में जल संकट पैदा कर झूठी राजनीति कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने ही जाल में फंस गई हैं और उन्हें हरियाणा सरकार से माफी मांगनी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट जा सकती दिल्ली सरकार

वहीं पानी पर राजनीति इतनी तेज हो गई है कि दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट भी जा सकती है। आतिशी ने आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार दिल्ली के हिस्से के पानी में कटौती कर रही है और ऐसे में हम सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं। आतिशी के आरोप के अनुसार हरियाणा सरकार यमुना में पर्याप्त पानी नहीं छोड़ रही, जिससे दिल्ली में जल संकट गहरा रहा है।