दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुंबई में सैफ अली खान पर हमले के बाद बड़ा बयान दिया है। वीके सक्सेना ने आपराधिक गतिविधियों में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की संलिप्तता पर गंभीर चिंता जताई है। दिल्ली एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर ऐसे घुसपैठियों की पहचान के लिए एक विशेष मिशन शुरू करने का निर्देश दिया है।

दिल्ली एलजी ने लिखा पत्र

दिल्ली एलजी द्वारा पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में कहा गया, “उपराज्यपाल ने मुंबई में एक हाई प्रोफाइल बॉलीवुड अभिनेता से जुड़ी गंभीर आपराधिक घटना का संज्ञान लिया है, जिसमें एक बांग्लादेशी नागरिक घर में तोड़फोड़ और आपराधिक हमले में शामिल था। यह बताया गया है कि संबंधित व्यक्ति एक फर्जी पहचान के तहत रह रहा था और एक रेस्तरां में काम कर रहा था। राज्यपाल ने देखा है कि दिल्ली में आपराधिक/अवैध गतिविधियों में अवैध बांग्लादेशी/रोहिंग्या घुसपैठियों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे अवैध अप्रवासियों को अक्सर दुकानदारों और अन्य निवासियों द्वारा बहुत कम वेतन पर कार्यकर्ता/घरेलू सहायता के रूप में नियोजित किया जाता है। यह निर्धारित न्यूनतम मजदूरी से अधिक है, जिससे स्थानीय श्रम बाजार निराशाजनक है।”

एलजी के पत्र में यह भी कहा गया है, “संगठित सिंडिकेट और निहित स्वार्थी समूह हैं जो ऐसे अप्रवासियों को सुविधा प्रदान करते हैं। उपराज्यपाल ने निर्देश दिया है कि मिशन मोड पर ऐसे घुसपैठियों की पहचान करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाए। कर्मचारियों/घरेलू सहायता और निर्माण सहित श्रमिकों के वेरिफिकेशन के महत्व पर सार्वजनिक जागरूकता पैदा करने के लिए प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से एक आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया जा सकता है।।”

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मुंबई पुलिस का खुलासा

बता दें कि मुंबई पुलिस के अनुसार अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के लिए गिरफ्तार 30 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शरीफुल इस्लाम द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा सिम कार्ड पश्चिम बंगाल के ‘खुकुमोनी जहांगीर सेख’ के नाम पर रजिस्टर्ड है। आधार कार्ड का उपयोग करके उसने सिम कार्ड प्राप्त किया है। सूत्रों ने बताया कि शरीफुल इस्लाम पर कुछ हफ्ते तक पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में यात्रा करने का संदेह है।

करीब सात महीने पहले भारत में प्रवेश करने के लिए शरीफुल इस्लाम ने दावकी नदी पार किया था। इसके बाद पश्चिम बंगाल में वह कुछ हफ्ते तक रहा। अंत में नौकरी की तलाश में मुंबई चला गया। मुंबई पुलिस के अनुसार उसने आधार कार्ड बनाने की कोशिश की, लेकिन ऐसा करने में असफल रहा।