पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि अभियान के तहत सभी विभागों को धूल प्रदूषण से संबंधी सभी नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही विभाग को दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर चल रहे निर्माण स्थलों का निरीक्षण करने और मानदंडों के उल्लंघन पर कार्रवाई करने के आदेश भी जारी किए हैं।
राय ने कहा कि गर्मियों में होने वाले प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने एक मई को गर्मियों की कार्य योजना की घोषणा की थी, इसके तहत संबंधित विभागों ने योजना को जमीन पर लागू करने के लिए गंभीरता पूर्वक कार्य शुरू कर दिया है। गर्मियों के मौसम में यह देखा गया कि दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ाने में धूल प्रदूषण प्रमुख कारकों में से एक है।
इसी कारण गुरुवार को पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में योजना को आठ मई से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। धूल प्रदूषण बढ़ाने में निर्माण स्थल से पैदा होने वाली धूल भी प्रमुख योगदान देती है, इसलिए सभी संबंधित विभागों को लगातार निर्माण स्थल का दौरा करने के निर्देश दिए गए है।
विभाग सुनिश्चित करेंगे कि इन निर्माण स्थलों पर सभी नियमों का पालन हो रहा है और यदि किसी निर्माण स्थल पर नियम का पालन होता नहीं पाया जाएगा तो उस पर कानून के अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। इस मामले में सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वह धूल प्रदूषण संबंधी सभी नियमों का कड़ाई से पालन कराएं, साथ ही अभियान के तहत विभागों को लगातार निर्माण स्थल का निरीक्षण करते रहने के निर्देश भी दिए गए हैं।