अभिनय हरिगोविंद, पवनीत सिंह चड्ढा, अर्णव चंद्रशेखर
Delhi excise policy Case: दिल्ली शराब नीति मामले में जांच कर रही सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के नाम शिकायत दर्ज की है। इसमें कई कारोबारियों के साथ-साथ वरिष्ठ नौकरशाहों को भी नामजद किया गया है। ऐसे में एफआईआर में शामिल कई लोग अपने घरों पर ताले लगाकर गायब हो चुके हैं।
बता दें कि सीबीआई द्वारा शिकायत दर्ज होने के बाद द इंडियन एक्सप्रेस ने उन कार्यालयों और आवासों की पड़ताल की जिनके पते का उल्लेख जांच एजेंसी ने किया था। आइए जानते हैं कि जांच में उन पतों पर क्या हाल दिखा-
मेसर्स Buddy रिटेल प्राइवेट लिमिटेड, गुड़गांव:
इस पते पर द इंडियन एक्सप्रेस की टीम को व्यक्ति मौजूद मिला। जिसने सोसायटी में टावर 15 के बाहर इंटरकॉम के जरिए बात की। हालांकि उसने अपना नाम बताने से मना कर दिया। वहीं जब उस व्यक्ति से सवाल हुआ कि क्या वह Buddy रिटेल प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है तो उसने फोन कट कर दिया।
वहीं दूसरी बार इंटरकॉम के जरिए हुई बात में व्यक्ति ने बताया कि मैं इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। बता दें कि टावर 15 के बाहर एक सुरक्षा गार्ड ने कहा, “कल कुछ सीबीआई अधिकारी आए थे।” गौरतलब है कि सीबीआई की एफआईआर के अनुसार, फर्म के निदेशक अमित अरोड़ा को सिसोदिया का करीबी सहयोगी के रूप में नामित किया गया है।
सनी मारवाह, महादेव लिकर्स, कालकाजी:
सनी मारवाह के घर घंटी बजाई गई तो पहली ही मंजिल से एक व्यक्ति ने जवाब दिया कि मारवाह दो साल से यहां नहीं रह रहे। हालांकि और अधिक जानकारी देने के सवाल पर व्यक्ति ने मना कर दिया। बता दें कि इस 4 मंजिला इमारत का नाम मारवाह रखा गया है। एक पड़ोसी ने कहा कि सनी मारवाह अब वहां नहीं रहते हैं। एफआईआई में मारवाह को आरोपी लोक सेवकों के निकट संपर्क में बताया गया है।
महादेव लिकर्स, ओखला इंडस्ट्रियल एरिया फेज-I:
इस पते पर बाहर मौजूद एक सुरक्षा गार्ड के मुताबिक निचले तल पर एक प्रिंटिंग प्रेस चल रही थी, और इमारत में अन्य कंपनियां बंद थीं। वहीं दूसरी तल पर खिलड़कियां और दरवाजे भी बंद मिले।
समीर महेंद्रू, प्रबंध निदेशक, इंडोस्पिरिट ग्रुप, जोर बाग:
पड़ताल करने पर यहां बंगले के बाहर बैठे सुरक्षाकर्मी ने बताया कि शनिवार को महेंद्रू घर पर नहीं थे। सीबीआई ने शुक्रवार को घर पर छापेमारी की थी। शुक्रवार शाम को महेंद्र घर पर थे, लेकिन बाद में वे चले गए थे और अभी तक नहीं लौटे हैं। बता दें कि सीमर महेंद्रू पर आरोप है कि वो आबकारी नीति बनाने और उसे लागू करने में अनियमितताओं में सक्रिय रूप से शामिल थे।
अमनदीप ढल्ल, निदेशक, मेसर्स ब्रिंडको सेल प्राइवेट लिमिटेड, कालिंदी कॉलोनी:
सीबीआई की एफआईआर में अमनदीप ढल्ल का भी नाम शामिल है। हालांकि ढल्ल और उनका परिवार घर पर नहीं हैं। एक सुरक्षा गार्ड ने कहा कि वे सुबह ऑफिस के लिए निकले थे। एफआईआर में कहा गया है कि ढल्ल आबकारी नीति बनाने और लागू करने में अनियमितताओं में सक्रिय रूप से शामिल थे।
अर्जुन पांडे, डीएलएफ फेज-3, गुड़गांव:
गुड़गांव के डीएलएफ फेज 3 के घर में एक नेम प्लेट लगी थी, जिस पर ‘पांडे’ लिखा हुआ था। घर में काम करने वाली एक सहायिका ने बताया कि यहां उनकी मां रहती हैं और पांडे बगल के मकान में रहते हैं। वहीं बगल के घर में एक अन्य घरेलू सहायिका ने कहा कि वो सो रहे हैं, मिल नहीं सकते। उसने कहा कि वह सीबीआई द्वारा किसी भी जांच से अनजान है। बता दें कि दर्ज हुई शिकायत में अर्जुन पांडे को भी सिसोदिया का करीबी सहयोगी बताया गया है।
अमित अरोड़ा, निदेशक, Buddy रिटेल प्राइवेट लिमिटेड, डिफेंस कॉलोनी:
अमित अरोड़ा के इस पते पर पहुंचने पर चार मंजिला इमारत के बाहर गार्ड ने बताया कि शनिवार दोपहर तीसरी मंजिल पर घर पर कोई नहीं था और एक रसोइया आया और चला गया। हालांकि उसने आगे कुछ भी कहने से मना कर दिया और कहा कि आप लोग तीसरी मंजिल पर रहने वाले लोगों से सीधे फोन पर बात कर लें।
दिनेश अरोड़ा, गुजरांवाला टाउन, फेज 1:
दिनेश अरोड़ा के घर पर उनके व उनके परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। एक घरेलू सहायिका ने बताया कि वह एक वकील से सलाह लेने गये हैं। बता दें कि सीबीआई की शिकायत में दिनेश को भी सिसोदिया का ‘करीबी सहयोगी’ बताया गया है।