दिल्ली- सहारनपुर-देहरादून गलियारा केवल जाम से मुक्ति नहीं, बल्कि पार्किंग के झंझट से भी छुटकारा दिलाएगा। पहली केंद्र सरकार दोहरे माडल को लागू करने जा रही है। इसके तहत तीन जगहों पर पार्किंग क्षेत्रों की पहचान की गई है। जहां पर एक हजार गाड़ियों को खड़ा करने की जगह उपलब्ध होगी। केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह प्रावधान पहली बार किया जा रहा है। इस पहल से सेतू के नीचे और उसके साथ की जमीन का इस्तेमाल पार्किंग के लिए किया जा सकेगा। इसके लिए मार्ग पर संकेतक लगाए जाएंगें, ताकि आसानी से वाहन चालकों को पार्किंग की खाली जगह की जानकारी उपलब्ध हो।
दिल्ली- सहारनपुर – देहारादून गलियारे की शुरूआत अक्षरधाम के नजदीक से होती है। इसकी मदद से केंद्र सरकार ने दिल्ली के सबसे इलाके पूर्वी दिल्ली, शाहदरा और उत्तर पूर्व दिल्ली के इलाकों को जाम से मुक्त करने की योजना बनाई है। यह गलियारा बनकर तैयार है और इसकी शुरूआत जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
विभिन्न प्रकार की होंगी सुविधाएं
तय योजना के मुताबिक, इस मार्ग पर अभी तक जहां पर पार्किंग की जगह चिन्हित किया गया है, उन जगहों में तीन किलोमीटर तक दंडाधिकारी कार्यालय पूर्वी दिल्ली, पांच किलोमीटर तक गांधी नगर बाजार, और चार किलोमीटर तक गीता कालोनी का क्षेत्र शामिल किया गया है। सरकार का मानना है कि इस पहल से यहां आने वाले दुकानदारों और खरीदारों के लिए वैध पार्किंग उपलब्ध होगी। हर दिन होने वाली जाम की समस्या से आम जनता को निजात मिलेगी।
सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, इन पार्किंग में संबंधित एजंसी को पीने के पानी की सुविधा, आपातकालीन सेवाएं, अग्निशमन के प्रावधान करने होंगे। सभी जगह सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी ताकि चालकों को सुरक्षित पार्किंग मिल सके। सरकार की योजना है कि यहां आने वाले लोगों की सुविधा के लिए पार्किंग में ही एटीएम सेवाएं, वाहनों में हवा भरने की सुविधा और प्रदूषण जांच केंद्र भी तैयार किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त यहां पर आने वाले ई वाहनों की चार्जिंग के केंद्र होंगे।
इन पार्किंग को बनाओ, चलाओं और हस्तांतरित करो (बीओटी) के आधार पर तैयार किया जा रहा है। इसके लिए संबंधित एजंसी को केंद्र सरकार के द्वारा दस साल के लिए जमीन पट्टे (लीज) पर दी जाएगी। चिन्हित जगहों पर पार्किंग की सुविधा करीब एक हजार गाड़ियों के लिए होगी और करीब दो हजार दुपहिया वाहनों को भी यहां पार्किंग सुविधा का लाभ मिलेगा। मंत्रालय के मुताबिक इस मार्ग को सुंदर बनाने के लिए मार्ग पर 13 खाली जगहों को चिहिन्त किया गया है, जोकि करीब पचास हजार वर्ग मीटर क्षेत्र हैं। इसके अतिरिक्त 248 पीलर भी चिहिन्त किए गए हैं, जिनका सौंदर्यकरण मंत्रालय की ओर से किया जाएगा।