केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर अपनी मां के गुजरने के शोक में डूबे हुए हैं। हालांकि उन्होंने अपना काम नहीं रोका है और इसकी वजह हैं उनकी मां। स्कूल टीचर रहीं जावड़ेकर की मां ने अपनी आखिरी इच्छाओं में कहा था कि उनके जाने के बाद बेटे को अपना काम नहीं रोकना चाहिए। मां के अंतिम संस्कार के बाद से, जावड़ेकर ने कुछ दिन कर्नाटक में पार्टी के काम में बिताए, फिर पुणे व अन्य जगहों पर कार्यक्रमों में शामिल हुए। अभी वह यूनेस्को की बैठक में हिस्सा लेने पेरिस गए हुए हैं। वहां से लौटते ही वह हिमाचल प्रदेश के दौरे पर निकल जाएंगे। जहां दिसंबर में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।
बड़ी जल्दी है
क्या जिग्नेश मेवानी को वाकई में मंगलवार को राहुल गांधी से मिलना था, या एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता के अति-उत्साह से ऐसी कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हुई? इससे इस आशंका को बल मिला कि कहीं मेवानी की कांग्रेस से हुई डील खत्म तो नहीं हो गई। गुजरात के एक वरिष्ठ कांग्रेस ने मेवानी की राहुल से संभावित मुलाकात की जानकारी दी थी। मेवानी तब दिल्ली में थे और जो कांग्रेस नेता उनसे बात कर रहे थे, उन्होंने सोचा था कि वह राहुल से मिलने जाएंगे। कांग्रेस नेता ने मेवानी को राहुल तक ले जाने की उम्मीद जगाई और मीडिया को भी जानकारी दे दी, लेकिन मेवानी उनके साथ नहीं गए। फेसबुक पर मेवानी ने हैरानी जताई कि उन्हें किसी से गुप्त मुलाकात क्यों करनी चाहिए।
सामाजिक पहुंच
भाजपा सचिव श्याम जाजू ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की सामाजिक पहुंच बढ़ाने की बात को बेहद गंभीरता से लिया है। जाजू ने आस्था चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन कराया। 11-ए अशोका रोड (बिहार से भाजपा के राज्य सभा सांसद गोपाल नारायण सिंह का आधिकारिक आवास) पर हुए कार्यक्रम में मंगलवार को पांच जोड़ों की शादी हुई। विवाह समारोह सुबह 10.30 बजे शुरू होकर दोपहर तक चला और मेहमानों के लिए लजीज पकवानों का इंतजाम किया गया था। जाजू और उनके परिवार की तरफ से भाजपा के सभी पदाधिकारियों को न्योता भेजा गया था।

