Delhi CM Name Announcement: दिल्ली के मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस आज खत्म हो जाएगा। बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पर इसे लेकर शाम 7 बजे बैठक होगी। इसमें केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। नए मुख्यमंत्री गुरुवार करीब 11 बजे रामलीला मैदान में कैबिनेट के शपथ लेंगे।
बीजेपी प्रदेश कार्यालय में होने वाली विधायक दल की बैठक के बारे में मंगलवार दोपहर विधायकों को सूचना दी गई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मंत्री बनने वालों के नाम का ऐलान शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही किया जाएगा। दिल्ली में मुख्यमंत्री के साथ छह मंत्री शपथ ले सकते हैं। विधायक दल की बैठक और शपथ ग्रहण की तैयारियों को लेकर प्रदेश कार्यालय पर दिनभर की बैठकों का दौर चलता रहा। राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ, विनोद तावड़े और महामंत्री संगठ बीएल संतोष तैयरियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण को लेकर मंगलवार को दिनभर तैयारियां चलती रहीं। समारोह के लिए बीजेपी ने रामलीला मैदान को चुना। यह वही स्थान हैं, जहां आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। यही से एक बार फिर बीजेपी नेता आम आदमी पार्टी पर वार करेंगे।
रामलीला मैदान अन्ना आंदोलन का प्रमुख केंद्र भी रहा है और यहां से भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू हुआ था। इसके बाद आम आदमी पार्टी का गठन हुआ और केजरीवाल ने तीन बार सीएम पद की शपथ ली। भाजपा ने इस चुनाव में भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया।
बारात-मंडप तैयार, दूल्हे का पता नहीं- AAP
वहीं, दिल्ली में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा किए बिना शपथ ग्रहण की चल रही तैयारियों को लेकर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि बारात और मंडप तैयार है, लेकिन बीजेपी को दूल्हा कौन होगा,ये किसी को पता नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अभी तक मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पाई है या फिर इसके पीछे कोई बड़ा रहस्य है।
बता दें, प्रधानमंत्री मोदी बता चुके हैं कि दिल्ली में बीजेपी सरकार सबसे पहले यमुना का पानी स्वच्छ बनाएगी फिर रिवर फ्रंट और ग्रीन कॉरिडोर बनाएगी। वॉटर मेट्रो की संभावना से प्रधानमंत्री मोदी ने इनकार नहीं किया यानी पीएम मोदी के दिमाग में दिल्ली के विकास के ब्लू प्रिंट को लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं है। बस अब सवाल उस चेहरे को लेकर बचा है, जो राजधानी में BJP के इन वादों को जमीन पर उतारेगा। आखिर दिल्ली में अमदाबाद जैसा रिवरफ्रंट बनाने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी किसके कंधों पर डालेंगे? वो कौन होगा जो दिल्ली में अहमदाबाद की तरह रिवरफ्रंट बनाकर देश की राजधानी को नया प्रतीक देने का काम करेगा? दिल्ली वाले किए गए वादों को पूरा होते देखने को बेताब हैं, लेकिन उनकी पहली प्राथमिकता उस चेहरे को जानने की है, जिसके नेतृत्व में 27 साल बाद BJP की सरकार बनेगी।
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