दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने राज्य चुनाव आयोग पर एमसीडी चुनाव स्थगित करने का दबाव बनाया। मौजूदा बजट सत्र के दौरान आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा एमसीडी चुनाव नहीं कराना चाहती क्योंकि वह एक “छोटी पार्टी (आप)” से डरती है। भाजपा को लगता है कि अगर चुनाव हुए तो यह आप के पक्ष में जाएगा।
केजरीवाल के मुताबिक दिल्ली चुनाव आयोग ने बीते 9 मार्च को एक प्रेस आमंत्रण भेजा कि शाम को MCD चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। लेकिन उसी दिन तारीखों के ऐलान होने से एक घंटे पहले सरकार ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर कहा कि हम दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक नगर निगम बनाने जा रहे हैं। ऐसे में नगर निगम चुनाव की घोषणा अभी न की जाए।
वहीं 24 मार्च को दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “56 इंच का सीना” का दावा झूठा है।
केजरीवाल ने कहा, “इस साल दिसंबर में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं और लोग कह रहे हैं कि वहां भाजपा हार जाएगी। अगर वे हारने वाले हैं, तो वे चुनाव से 10 दिन पहले चुनाव आयोग को लिखेंगे कि हम महाराष्ट्र और गुजरात को मिला रहे हैं। इसलिए चुनाव स्थगित कर दिए जाने चाहिए।”
उन्होंने कहा, “ऐसे ही अगली बार जब वे लोकसभा चुनाव में हार रहे होंगे तो फिर वे एक पत्र लिखकर कहेंगे कि संसदीय प्रणाली खराब है, और चुनाव स्थगित करने की बात करेंगे। ये क्या ड्रामा है? भारत एक लोकतंत्र है, लोग इस नौटंकी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भाजपा का दावा है कि वे सबसे बड़ी पार्टी हैं और हम सबसे छोटे हैं। आप अभी भी डरे हुए हैं? क्या कायर हो, यार। हिम्मत है तो चुनाव लड़ो। चुनाव होने दो नहीं तो कुर्ते के नीचे 56 इंच का सीना झूठा है।
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा को लगता है कि चुनाव हुए तो नतीजे “खराब” आएंगे। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि विपक्ष, खासकर भाजपा, अंबेडकर से नफरत करती है। अंबेडकर ने संविधान का मसौदा तैयार किया जिसने भारत को एक ऐसे लोकतंत्र के रूप में स्थापित किया जहां लोग मतदान करेंगे और अपनी सरकार चुनेंगे। लेकिन बीजेपी चुनाव नहीं चाहती।