Delhi Blast: राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए जोरदार धमाके में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जांच एजेंसियां इस विस्फोट की पड़ताल आतंकी एंगल से भी कर रही हैं। इसी कड़ी में NSG की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और अपनी जांच शुरू कर चुकी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार रात को ही स्पष्ट कर दिया था कि सभी सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस बम धमाके की जांच करेंगी। उन्होंने यह भी कहा था कि हर संभावित कोण को ध्यान में रखते हुए जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। दिल्ली धमाके के फरीदाबाद कनेक्शन भी सामने आने लगे हैं। सोमवार को ही फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 2,900 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था। यह वही रासायनिक पदार्थ है, जिसका दुरुपयोग कई आतंकी घटनाओं में किया जा चुका है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कुछ दिन पहले डॉ. आदिल अहमद रठार नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप है कि उसने श्रीनगर की दीवारों पर जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाए थे। पूछताछ के दौरान रठार ने फरीदाबाद कड़ी का खुलासा किया, जिसके बाद वहां छापेमारी कर बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया।
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अब दिल्ली बम ब्लास्ट का भी फरीदाबाद कनेक्शन सामने आ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस i20 गाड़ी में ब्लास्ट हुआ वो फरीदाबाद की “रॉयल कार जोन” नाम की कार डीलरशिप से खरीदी गई थी। यह डीलरशिप फरीदाबाद के सेक्टर 37 में स्थित है। मीडिया पोर्टल्स ने जब वहां के संचालक से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनका फोन बंद मिला।
इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि i20 गाड़ी कई घंटे तक लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में खड़ी रही। ‘आज तक’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शाम 6:48 पर गाड़ी पार्किंग से निकली और सिर्फ चार मिनट बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस मार्ग पर धमाका हो गया। सवाल उठता है कि तीन घंटे तक गाड़ी मस्जिद के पास क्यों खड़ी रही और धमाके से कुछ मिनट पहले ही वहां से क्यों निकली? पुलिस अब इस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच कर रही है।
