दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके मामले में गिरफ्तार हुई डॉ. शाहीन शाहिद अंसारी के पूर्व पति डॉ जफर हयात ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि 12 साल पहले शाहीन का उनसे तलाक हो गया था। जिसके बाद से डॉ शाहीन ने उनसे कोई बात नहीं की है। शाहीन को धमाका मामले में कथित तौर पर “अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय” आतंकी मॉड्यूल के संबंध में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है।

कानपुर के एक सरकारी अस्पताल में नेत्र सर्जन के रूप में कार्य कर रहे डॉ हयात ने हमारे सहयोगी संस्थान इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया कि शाहीन से उनकी शादी 2006 में हुई थी और 2013 में दोनों आपसी सहमति से तलाक के बाद वे अलग हो गए।

हयात ने बताया कि शादी के बाद उन्होंने कभी कोई असामान्य गतिविधि नहीं देखी। उनके अनुसार शाहीन अकसर उनसे बेहतर जिंदगी के लिए ऑस्ट्रेलिया या किसी यूरोपीय देश में जाने पर जोर देती थीं, क्योंकि वहां मेडिकल शिक्षकों की काफी मांग थी, लेकिन उन्होंने उसकी बात ठुकरा दिया क्योंकि वे भारत में खुश और संतुष्ट थे।

जांच टीम ने हयात से किया था संपर्क

हयात ने ये भी बताया कि तलाक के बाद शाहीन ने दोनों छोटे बेटों को उनकी देखभाल में छोड़ दिया और फिर कभी उनसे संपर्क नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि कल रात उसके (हिरासत में लिए जाने) की खबर उनको मिली। शाहीन के साथ उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी को भी हिरासत में लिया गया है। मंगलवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि दोनों भाई-बहन जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में हैं और पुलिस उनसे अन्य संदिग्धों के साथ पूछताछ कर रही है।

अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में लखनऊ के कंधारी बाजार स्थित उनके पारिवारिक घर से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शाहीन और परवेज की गतिविधियों और लखनऊ में उनके करीबी दोस्तों के बारे में उनके पिता और बड़े भाई से मंगलवार रात तक पूछताछ की।

Red Fort Blast: उमर नबी ही चला रहा था कार, डीएनए टेस्ट से हुई पुष्टि

पता चला है कि जांचकर्ताओं ने शाहीन के पूर्व पति से भी संपर्क किया है। जांच के एक हिस्से के रूप में, एटीएस, जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ समन्वय में, भाई-बहनों सहित आतंकी मॉड्यूल के सभी आरोपियों से पूछताछ के दौरान एकत्र किए गए विवरणों की पुष्टि कर रही है।

सूत्रों के अनुसार, इनपुट्स से संकेत मिलता है कि यूपी के कुछ जिलों में इस मॉड्यूल से सहानुभूति रखने वाले लोग मौजूद हो सकते हैं। सूत्रों ने हमारे सहयोगी संस्थान इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पुलिस टीमों को सतर्क कर दिया गया है और वे पूछताछ कर रही हैं। एटीएस अधिकारियों की एक टीम दिल्ली और फरीदाबाद भी भेजी गई है जो जांच में एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है।

डॉ गनई और नबी के साथ मिलकर काम करती थी शाहीन

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त जांच जारी है। अधिकारियों ने बताया कि डॉ. शाहीन फरीदाबाद के अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में कार्यरत थी, जहां कम से कम दो अन्य आरोपी – डॉ मुजम्मिल अहमद गनई (पहले गिरफ्तार किया गया था) और डॉ उमर नबी (लाल किला विस्फोट का संदिग्ध आरोपी है) काम कर रहे थे।

सूत्रों के अनुसार अल फलाह में शाहीन कथित तौर पर डॉ. गनई के संपर्क में आई थी। ऐसा संदेह है कि डॉ. गनई ने उसकी गाड़ी का इस्तेमाल किया था और जब उसकी गिरफ्तारी के बाद छापेमारी की गई तो गाड़ी में से एक हथियार बरामद हुआ।