पिछले साल नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर जमकर विरोध हुआ था। लेकिन कोरोना वायरस के चलते विरोध प्रदर्शन ठंडे बस्ते में चला गया। लेकिन भारती जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा के एक बयान के बाद सीएए का मामला एक बार फिर गरमा गया है। टीवी चैनल ‘आज तक’ के ‘दंगल’ कार्यक्रम में इसे लेकर बहस चल रही थी। इस दौरान SDPI के सचिव तस्लीम रहमानी और बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया के बीच तीखी बहस देखने को मिली।
शो के दौरान एंकर रोहित सरदाना ने कहा “भारत के मुसलमान को सीएए से क्या दिक्कत है।” इसपर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तस्लीम रहमानी से पूछा “आप भारतीय मुसलमान हैं आपका कौन सा हक मारा जा रहा है। इसपर तस्लीम रहमानी ने कहा “सीएए का मुद्दा पूरे तौर पर पॉलिटिकल है। ये अकेले सीएए का मामला नहीं है, हमने हमेशा कहा है कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी तीनों को मिला के यह खतरनाक है। एनआरसी का जी हसर हुआ असम में सब को पता है अभी तक क्या छीछालेदर मचा है वह दिख रहा है।”
तस्लीम रहमानी ने कहा “आप सीएए की बुनियाद पर एनआरसी नहीं करना चाहते। दिसंबर में कानून पास कर के 25 मार्च को कोरोना का मामला आया है। चार महीने में आप नियम नहीं बना पाये। संसद में आप सारे सनूँ पास कर रहे हो लेकिन इसके नियम नहीं बना सकते। सब कोविड के बावजूद काम कर रहे हैं। आप बहाने बना रहे हैं।”
बता दें हालही में बीजेपी अध्यक्ष ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक बैठक के दौरान नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बयान दिया था। नड्डा ने कहा था कि सीएए को बहुत जल्द लागू किया जाएगा। कोविड-19 महामारी के कारण इस कार्य में देरी हुई है।
नड्डा ने कहा था कि इसे संसद में पारित किया गया है। कोरोना महामारी के चलते इसके कार्यान्वयन में देरी हुई है। लेकिन जैसे-जैसे हालत सुधर रहे हैं, इसके कार्यान्वयन पर काम चल रहा है। सीएए को बहुत जल्द लागू किया जाएगा। सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।

