बुधवार को भाजपा से निलंबित किए गए सांसद कीर्ति आजाद पार्टी के नोटिस का जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं। उधर, उनकी भाभी नंदिनी आजाद ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। खबर है कि वह अमित शाह और अरुण जेटली से मिल कर कीर्ति के खिलाफ कुछ दस्तावेज सौंपना चाहती हैं।
कीर्ति आजाद ने मीडिया को बताया, ‘मुझे नोटिस मिल गया है। मैं इसका जवाब दूंगा। सुब्रमण्यम स्वामी ने मुझे कहा है कि वह जवाब तैयार करने में मेरी मदद करेंगे।’ स्वामी ने भी एएनआई से बातचीत में आजाद की मदद करने की बात मानी है। उन्होंने कहा, ‘मैं कीर्ति को लड़कपन के दिनों से ही जानता हूं। उनके पिता मेरे अच्छे दोस्त थे। फिर वह अभी भाजपा में ही हैं। मुझे उनकी मदद करने का हक है। मैं नहीं चाहता कि पार्टी को एक ईमानदार नेता से हाथ धोना पड़े।’
पार्टी से निलंबित किए जाने के फैसले के बावजूद आजाद पीछे नहीं हटने वाले हैं। वह डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर कोर्ट से लेकर भाजपा तक में लड़ाई जारी रखेंगे। जांच में तेजी लाने के लिए वह पीआईएल दाखिल करने वाले हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अनुरोध किया है कि वह डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करवाएं। वह पार्टी में वह मार्गदर्शक मंडल से मिल कर अपनी बात रखने वाले हैं। मार्गदर्शक मंडल में शामिल नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यंशवंत सिन्हा और शांता कुमार ने गुरुवार को बैठक भी की।