दादरी कस्बे के एक गांव में एक परिवार के गौमांस खाए जाने के आरोप में उसके 50 साल के एक सदस्य की भीड़ के पीट-पीटकर हत्या किए जाने की विपक्षी पार्टियों ने निंदा की है। आरोप लगाया है कि इस तरह की घटनाएं घृणा के माहौल का परिणाम हैं, जो लोगों के ध्रुवीकरण के लिए भाजपा द्वारा फैलाया जा रहा है।
वहीं मृतक की महिला रिश्तेदार ने बुधवार को दावा किया कि हमलावरों ने गौमांस के लिए फ्रिज की तलाशी ली, लेकिन उसमें केवल बकरे का मांस रखा था जो ईद के लिए लाया गया था। पुलिस ने भी बाद में इसकी पुष्टि की। महिला रिश्तेदार ने कहा, ‘हां, हमारे फ्रिज में मांस रखा था लेकिन वह गौमांस नहीं था। वह बकरे का मांस था। एक कटोरे में पका मांस रखा था जबकि अन्य में बिना पका मांस रखा था’। परिवार ने आरोप लगाया कि हमलावर आभूषण भी लूट कर ले गए।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि गांव में अफवाह फैली कि सोमवार रात को एक गाय का वध किया गया है और गौमांस को एक घर में रखा गया है। इसके बाद करीब 200 लोगों की भीड़ ने इकलाख नामक एक व्यक्ति के घर पर हमला कर दिया।
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इस घटना को लेकर क्षेत्र में तनाव फैल गया। पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने इकलाख की कथित रूप से पीट-पीट कर हत्या कर दी। हमले में उनका पुत्र दानिश गंभीर रूप से जख्मी हो गया और उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि परिवार पर हमले के लिए दस लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उनमें से छह को गिरफ्तार कर लिया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना की मजिस्टेट्र जांच का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने पीड़ित के परिवार के लिए दस लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
गौतमबुद्ध नगर के पुलिस अधीक्षक किरण एस ने बताया कि गाजियाबाद, बुलंदशहर और हापुड़ से पीएसी और अतिरिक्त पुलिस बिसरख क्षेत्र में तैनात किया गया है ताकि सांप्रदायिक तनाव भड़कने की परिस्थिति को रोका जा सके।
इस घटना का ब्योरा देते हुए पीड़ितों के रिश्तेदारों ने दावा किया कि मकान में केवल बकरे का मांस रखा था। एक स्थानीय मंदिर में इस कथित घोषणा के बाद कि गाय का वध किया गया है, भीड़ हिंसा पर उतर आई। इस घटना की पार्टियों ने घोर भर्त्सना की है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस तरह की सांप्रदायिक घटनाएं बिहार चुनाव से पहले होनी ही थीं। कांगे्रस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘इस तरह की राजनीति की भर्त्सना किए जाने की जरूरत है। घृणा का माहौल और वातावरण बढ़ता जा रहा है। बिहार चुनाव से पहले जहर और घृणा की राजनीति का बढ़ना तय है। बोलने की अद्भुत क्षमता होने के बावजूद शीर्ष पर मौन बरकरार है’।
उन्होंने कहा-दिल्ली के बाहरी छोर में इस तरह की घटनाएं होना स्तब्धकारी है। पिछले 15 महीनों में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं और भरोसे में भी कमी आई है। उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने भी भाजपा पर हमला किया और कहा कि वह गौमांस जैसे मुद्दों का इस्तेमाल कर घृणा फैला रही है।
इस घटना को पीड़ादायक करार देते हुए केंद्रीय मंत्री और नोएडा से सांसद महेश शर्मा ने कहा कि यह गलतफहमी के कारण हुई। उन्होंने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि यह पंचायत चुनाव से पहले वहां ग्रामीणों के धु्रवीकरण का प्रयास था।
पीड़ित के एक संबंधी जान मोहम्मद ने कहा, ‘एक स्थानीय मंदिर में घोषणा की गई कि यहां गोवध किया गया है। इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने हमारे परिवार पर हमला किया’।
पीड़ित की पुत्री ने बताया कि भीड़ ने उनके घर पर धावा बोल दिया और उनके पिता और भाई पर हमला किया। उन्होंने मुझे परेशान किया और मेरी दादी की पिटाई की’। उत्तर प्रदेश में गोवध पर प्रतिबंध है। इस बीच, प्रमुख सचिव (गृह) देवाशीष पांडा और पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव ने कहा कि हत्या में शामिल सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आरोपियों की तलाश जारी है।