ग्रॉसरी स्टोर डी-मार्ट के मालिक राधाकिशन दमानी अब दुनिया के 100 सबसे अमीर लोगों में शामिल हो गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स ने दुनिया के 100 अमीरों की यह लिस्ट जारी की है। जिसमें वे 19.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 98वें स्थान पर आ गए हैं।

रिटेल चेन एवेन्यू सुपरमार्ट्स चलाने वाले दमानी एक साधारण पृष्ठभूमि में पले-बढ़े हैं। सफेद कपड़े की पसंद के चलते कई लोग इन्हें ‘मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट’ नाम से भी बुलाते हैं। अस्सी के दशक में शेयर बाजार में 5000 रुपए के साथ उतरे दमानी की नेटवर्थ आज 1.42 लाख करोड़ रुपए हो गई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक इस समय वे दुनिया के 98वें सबसे अमीर शख्स हैं।

शीर्ष 100 में अन्य भारतीय मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, अजीम प्रेमजी, पल्लोनजी मिस्त्री, शिव नादर, लक्ष्मी मित्तल हैं। दमानी का पालन-पोषण एक मारवाड़ी परिवार में मुंबई के एक कमरे के अपार्टमेंट में हुआ। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय में वाणिज्य का अध्ययन किया, लेकिन एक वर्ष के बाद ड्राप आउट हो गए थे।

दलाल स्ट्रीट पर काम करने वाले अपने पिता की मृत्यु के बाद, दमानी ने अपना बॉल बेयरिंग व्यवसाय छोड़ दिया और स्टॉक मार्केट ब्रोकर और निवेशक बन गए। राधाकिशन ने 1990 से ही वैल्यू स्टॉक्स में निवेश किया है और अपनी संपत्ति खुद बनाई है। 1992 में, हर्षद मेहता घोटाला सुर्खियों में आने के बाद, उन्होंने उस समय के दौरान कम बिक्री के मुनाफे के कारण अपनी आय में एक बड़ी वृद्धि देखी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस समय दमानी ने एक बात कही थी ‘अगर हर्षद मेहता सात दिन और अपनी लॉन्ग पोजीशन होल्ड कर लेता, तो मुझे कटोरा लेकर सड़क पर उतरना पड़ता।’

ऐसा उन्होंने इसलिए बोला था क्योंकि हर्षद मेहता ने शेयर बाजार में तेजी पर दांव लगाया था, जबकि दमानी ने बाजार के गिरने पर दांव लगाया था। लेकिन घोटाले की बात सामने आते ही बाजार धड़ाम से गिरा, जिससे दमानी को जबर्दस्त प्रॉफिट हुआ।

उन्होंने साल 2000 में अपनी हाइपरमार्केट श्रृंखला, डीमार्ट शुरू करने के लिए शेयर बाजार छोड़ दिया, उन्होंने साल 2002 में पवई में पहला स्टोर स्थापित किया। 2021 में दमानी की वेल्थ 29 फीसदी यानी 4.3 अरब डॉलर बढ़ी है।

साल 2010 में इस श्रृंखला के 25 स्टोर खुल गए, जिसके बाद कंपनी तेजी से बढ़ी और साल 2017 में सार्वजनिक हो गई। आज देशभर में कंपनी के 238 स्टोर्स हैं। उन्होंने भारतीय अरबपति राकेश झुनझुनवाला को अपनी स्टॉक ट्रेडिंग तकनीक भी सिखाई है। साल 2020 में, वह 1650 करोड़ डॉलर की संपत्ति के साथ चौथे सबसे अमीर भारतीय बन गए। उन्हें अरबपतियों की वैश्विक सूची में 117वां स्थान मिला।