राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर अभी तक किसी की ताजपोशी नहीं हुई है। ऐसी खबरें हैं कि संसद के मानसून सत्र के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हो सकती है। इस बैठक में नए पार्टी अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हो सकती है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने भी संसद सत्र के बाद बैठक की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने बताया कि अभी तक बैठक के एजेंडे पर फैसला नहीं लिया गया है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, इस बैठक में कांग्रेस के पुनर्उत्थान को लेकर दिए गए सुझावों पर भी चर्चा हो सकती है। खबर के अनुसार सैम पित्रोदा ने इस संबंध में एक रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट करीब 2 हफ्ते पहले ही जमा कर दी गई है। इस रिपोर्ट में देश की सबसे पुरानी राजनैतिक पार्टी के पुनर्उत्थान के लिए 20 सुझाव दिए गए हैं।
इन सुझावों के तहत पार्टी में पूरी तरह से कॉरपोरेट कल्चर की शुरुआत हो सकती है। इसके साथ ही पार्टी में चीफ टेक्निकल ऑफिसर्स की नियुक्ति और मानव संसाधन विभाग का गठन भी प्रमुख सुझाव है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी की जवाबदेही तय की जाए।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की यह बैठक 8 अगस्त या 10 अगस्त को हो सकती है, जो कि संसद के बजट सत्र के समापन पर तय करेगा। ऐसी भी खबरें आयी हैं कि प्रियंका गांधी ने पार्टी नेताओं को कहा है कि उनके नाम को पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर आगे ना किया जाए। बैठक में राहुल गांधी को एक बार फिर अपने मनाने की कोशिश की जा सकती है। राहुल गांधी ने बीती मई में अध्यक्ष पद छोड़ा था, हालांकि कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने अभी तक उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया है।
सैम पित्रोदा ने अपनी रिपोर्ट में मिशन 2020 का विजन दिया है, जिसके अनुसार, पार्टी को अपनी रणनीति तैयार करनी होगी, जिस पर अगले 60 दिनों में काम शुरू करना होगा। पित्रोदा ने हर जिले में पार्टी में एक CTO की तैनाती का सुझाव दिया है, जिनका काम तकनीक जैसे सोशल मीडिया आदि के द्वारा विरोधियों का सामना करना होगा।
पार्टी में HR सिस्टम लागू किया जा सकता है और पार्टी में कॉरपोरेट कल्चर की तरह 10 बोर्ड मेंबर होंगे। इन मेंबर्स में इंडस्ट्री, फाइनेंस और बिजनेस, इंफ्रास्ट्रक्चर के लोग होंगे। ये बोर्ड सदस्य हर तीन महीने में कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे।