गुजरात की तापी नदी पर हाल ही में बने वरियाव ब्रिज में दरारें आ गई हैं। 40 दिन पहले ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पुल का उद्घाटन किया था। अब इसे लेकर आम आजमी पार्टी (AAP) ने राज्य सरकार को घेरना शुरू कर दिया है और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इस पुल को 118 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया था। उनका कहना है कि पहली बारिश भी पुल सह नहीं सका और क्षतिग्रस्त हो गया। सूरत समेत कई हिस्सों में कई दिनों से काफी बारिश हो रही है। महीने की शुरुआत में बिपरजॉय चक्रवात की वजह से यहां काफी बारिश और तेज हवाओं का दौर चला। अब राज्य में मानसून की बारिश शुरू हो गई है।
भाजपा सरकार पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
गुजरात में आप के अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने राज्य की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ महीने में गुजरात में पांच से छह पुलों के क्षतिग्रस्त होने के ऐसे ही मामले सामने चुके हैं। आप ने जांच की भी मांग की है। पिछले साल हुए मोरबी पुल हादसे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे कृत्यों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि गुजरात को चारों तरफ से भ्रष्टाचार घेर रहा है और इसकी जांच के लिए सीबीआई या प्रवर्तन निदेशालय को कहा जाए। मोरबी पुल त्रासदी में 135 से अधिक लोग मारे गए लेकिन सीबीआई जांच का आदेश नहीं दिया गया।”
आप ने की रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग
वहीं, आप पार्षद धर्मेश भंडेरी ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज से इसकी जांच कराने की मांग की है। भंडेरी सूरत नगर निगम (SMC) में विपक्ष के नेता भी हैं। उन्होंने कहा कि जिन ठेकेदारों और एजेंसियों ने पुल का निर्माण किया है, उन्हें ब्लैक लिस्ट किया जाना चाहिए और रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल से इसकी जांच कराई जानी चाहिए।
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए भंडेरी ने कहा कि पुल को 118.42 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया था और मुख्यमंत्री ने इसका उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है और पहली बारिश में ही पुल में दरारें आ गई हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शहर में भाजपा नेताओं के करीबी ठेकेदारों और बिल्डरों को ऐसे ठेके दिए जाते हैं।
यह पुल सूरत के वरियाव और वेद गांवों को जोड़ता है। इसका उद्घाटन 17 मई को मुख्यमंत्री ने किया था। यह शहर का 120वां पुल है, जिसका इस्तेमाल इच्छापुर, हजीरा, छापराभाटा और वरियाव के आठ लाख से अधिक नागरिक करते हैं। डेढ़ किमी लंबा यह पुल चार लेन का है। बुधवार को कुछ राहगीरों ने पुल पर दरारें देखी थीं, जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी शेयर की गईं। बाद में भंडेरी पूर्व पार्षद दिनेश काछड़िया व अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। कटारगाम क्षेत्र के अधिकारियों के साथ एसएमसी के ब्रिज सेल कर्मचारी भी घटनास्थल पर थे। एसएमसी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि वरियाव के संपर्क क्षेत्र में पानी जमा होने से ये दरारें हो सकती हैं।