Covid vaccine shortage: चीन समेत दूसरे कई देशों में कोरोना की मार के बाद भारत में भी स्थिति उतनी सहज नहीं दिख रही। कोरोना वैक्सीन की डिमांड में इजाफा होने से फ्री टीका मिलना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली में वैक्सीन न होने के चलते कई सरकारी सेंटरों पर ताला लगाना पड़ रहा है जबकि अहमदाबाद में 17 फीसदी टीके की मांग बढ़ी है। ऊपर से सप्लाई न आने की वजह से लोगों को फ्री टीका नहीं मिल पा रहा है।
द हिंदू की एक खबर के मुताबिक दिल्ली में Covaxin की केवल तीन शीशियां बची हैं जबकि Covishield पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। हालांकि पिछले सप्ताह ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों से प्रिकाशनरी डोज लेने की कहा था। लेकिन कुछ लोग ही ऐसा कर सके। वैक्सीन के टोटे की वजह से दिल्ली के कई वैक्सीन सेंटरों पर ताला लगाना पड़ा है।
उधर इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक अहमदाबाद में भी टीके की मांग में 17 फीसदी का इजाफा हुआ है। लेकिन वैक्सीन न होने की वजह से लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। राज्य के एक आला स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि केंद्र से वैक्सीन की एक खेप गुजरात भेजी जा रही है। उसके मिलने के बाद टीकाकरण तेजी से शुरू होगा।
गुजरात के हेल्थ अथॉरिटीज का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि जनवरी से पहले वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में मिल पाएंगी। डिमांड 17 फीसदी तक पहुंच चुकी है। उधर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है। केंद्र 12 लाख डोज भेजने की व्यवस्था कर रहा है। हालांकि एक तरफ हेल्थ अथॉरिटीज वैक्सीन के टोटे की बात कह रही हैं। लेकिन मंत्री का कहना है कि टीके की कमी नहीं है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पहले जहां 300-400 लोग की सप्ताह में कोरोना टीका लेने आते थे, वहीं अब इनकी तादाद 5 से 6 हजार तक पहुंच गई है। यही वजह है कि वैक्सीन की भारी कमी देखी जा रही है। कोरोना का खौफ टीके की कमी के लिए जिम्मेदार है। डिमांड अचानक बढ़ने के बाद ही स्वास्थ्य विभाग के हाथ पैर फूलने लगे हैं।
अहमदाबाद म्यूनिसिपल कारपोरेशन के डाटा के मुताबिक यहां 92 फीसदी युवा वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। अहमदाबाद में 51.60 लाख आबादी 18 साल से ऊपर है। 47.16 लाख लोग टीके की दोनों डोज ले चुके हैं।