चीन में कोरोना के हाहाकार मचाने के बाद भारत भी अलर्ट है। सरकार खुद मान रही है कि पिछले ट्रेंड को देखकर लगता है कि जनवरी में कोरोना जोर पकड़ेगा। हालांकि मौतों और अस्पताल में भरती होने वाले मरीजों की तादाद पहले जैसी नहीं रहने वाली है। सरकार का कहना है कि कोरोना वैक्सीन अधिकांश लोगों को लग चुका है। कोरोना को लेकर इम्युनिटी डेवलप हो चुकी है। तैयारियां भी पहले से ज्यादा है।

PTI ने एक सरकारी अधिकारी के हवाले से बताया कि अब तक ये ट्रेंड रहा है कि ईस्ट एशिया में दस्तक देने के 30-35 दिनों बाद भारत में कोरोना अपने पैर पसारता है। इसके लिहाज से जनवरी के महीने में संक्रमण बढ़ने जा रहा है। उस दौरान Covid wave देखने को मिल सकती है। सरकार इसे देखकर विदेशों से आने वाले लोगों के लिए नियम कड़ करने जा रही है। अब 72 घंटे पुरानी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के साथ एयर सुविधा फार्म जरूरी किया जा सकता है। अगले सप्ताह इस पर आदेश जारी होने की संभावना है। एयरपोर्ट्स पर पहले से ही कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

सरकार की चिंता इस वजह से भी है क्योंकि दिसंबर के पहले 20 दिनों में कोरोना ने तहलका मचा दिया। सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी हटाई तो केस और ज्यादा तेजी से बढ़े। चीन में पहले बीस दिनों में तकरीबन 18 फीसदी लोग कोरोना की चपेट में आए। वहां वायरस का कहर जारी है। जीरो कोविड हटने के बाद वायरस ने उन लोगों को अपनी चपेट में लिया जो उसका मुकाबला करने के लिए उतने सक्षम नहीं थे। कमजोर इम्युनिटी वाले लोग तेजी से ओमिक्रान की जद में आ रहे हैं। जिनपिंग सरकार की समझ में नहीं आ रहा है कि वो क्या करे।

चीन के हालात देखकर भारत सरकार भी अपने घर को दुरुस्त करने में लगी है। बीते दिन मॉक ड्रिल के जरिए देखा गया कि तैयारियां कितनी दुरुस्त हैं। हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया लगातार हालात पर निगाह रख रहे हैं। सरकार की कोशिश है कि मरीज बढ़ने पर तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सके।