देशभर में COVID मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। रविवार को एक्टिव मरीजों की संख्या 3742 तक पहुंच गई है। केरल में नए JN.1 सब-वेरिएंट के सबसे अधिक मामले रिपोर्ट किए गए। भारत में एक्टिव कोविड मामले सात महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं।
महाराष्ट्र में कोविड के 50 नए मामले सामने आए हैं। ठाणे शहर में 30 नवंबर से अब तक जांच किये गए 20 नमूनों में से कोरोना वायरस के जेएन.1 वेरिएंट के पांच मामले सामने आए हैं। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि शहर में कोविड-19 के अंडर ट्रीटमेंट मरीजों की संख्या 28 है। उन्होंने बताया कि इन मरीजों में से दो का इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है, जबकि बाकी का इलाज उनके घरों में ही किया जा रहा है। उनमें से कोई भी अस्पताल में भर्ती नहीं है।
नोएडा के एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद दिल्ली-एनसीआर में भी कोविड का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के नोएडा में रविवार को बीते 24 घंटे में कोरोना को दो नए मरीज मिले है। इससे जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बीते 24 घंटे में 28 संदिग्धों की एंटीजन और आरटी पीसीआर जांच की गई है। फिलहाल दोनों संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं और उनका उपचार चल रहा है।
WHO ने देशों से निगरानी बढ़ाने को कहा
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच डब्ल्यूएचओ ने देशों से निगरानी बढ़ाने को कहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से कोविड-19 और इसके नए सब-वेरिएंट JN.1 और इन्फ्लूएंजा सहित श्वसन रोगों के बढ़ते मामलों को देखते हुए निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने का आग्रह किया है। WHO ने लोगों से भी ऐहतियाती कदम उठाने की अपील की है।
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, “कोविड-19 वायरस विश्व स्तर पर सभी देशों में फैलता, परिवर्तित और प्रसारित होता रहता है। वर्तमान साक्ष्य से पता चलता है कि जेएन.1 का सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम कम है। इसके विकास के अनुसार हमें अपनी प्रतिक्रिया तय करनी चाहिए और लगातार नजर रखनी चाहिए।”