दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर बहुत उत्साहजनक खबर नहीं है। भारत में कोरोना वैक्सीन की डोज तैयार करने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के प्रमुख अदार पूनावाला का कहना है कि 2024 से पहले सभी लोगों को देने लायक कोरोना वैक्सीन का निर्माण नहीं किया जा सकेगा।
पूनावाला ने एक इंटरव्यू में कहा कि दवा कंपनियों में वैक्सीन उत्पादन को लेकर तेजी से बढ़ोतरी नहीं हो रही है। ऐसे में दुनिया भर के लोगों को लिए एक साथ वैक्सीन की उपलब्धता नहीं हो सकेगी। इसमें तीन से चार साल का अतिरिक्त समय लग सकता है। एसआईआई के प्रमुख का कहना है कि रोटा वायरस या मीजल्स की तरह कोरोना वायरस के भी लोगों को दो-दो डोज देने की जरूरत होगी। ऐसे में पूरी दुनिया के लिए 15 अरब डोज का इंतजाम करना होगा।
वैक्सीन उत्पादन की मौजूदा दर को देखते हुए इसमें तीन से चार साल का अतिरिक्त समय लग सकता है। कोरोना मामलों के बढ़ते संकट के बीच माना जा रहा था कि इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन विकसित की जा सकती है। बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोरोना वैक्सीन के उत्पादन के लिए 5 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ करार किया हुआ है। इनमें एस्ट्राजेनेका और नोवावैक्स भी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त रूस की वैक्सीन स्पूतनिक के उत्पादन के लिए भी गमालेया रिसर्च इस्टीट्यूट से बातचीत जारी है। मौजूदा समय में एसआईआई 1 बिलियन डोज के निर्माण में जुटा है। इसमें से 50 प्रतिशत डोज भारत में उपलब्ध होगी। कंपनी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एस्ट्राजेनेका के साथ 68 देशों में वैक्सीन बेचने का एग्रीमेंट किया है।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने उम्मीद जताई थी कि भारत में मार्च 2021 तक कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार हो जाएगी। उन्होंने कोरोना वैक्सीन का पहला शॉट खुद लेने की इच्छा जताई है। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने कहा है कि अगले वर्ष की पहली तिमाही तक कोविड-19 के कई टीके अंतिम चरण में होंगे।
उन्होंने कहा कि मैं इसे लेकर काफी आशांवित हूं। उन्होंने कहा कि भारत एक प्रमुख टीका उत्पादक देश है, कोविड-19 टीके के उत्पादन को लेकर हमें भारत के सहयोग की जरूरत है। गेट्स ने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि भारत से जितनी जल्दी हो सके हमे टीका मिले, एक बार यह पता चल जाए कि यह बहुत प्रभावी और बहुत सुरक्षित है। मालूम हो कि दुनिया भर में कोरोना वायरस से