कोरोना वायरस महामारी के डर से एक मुस्लिम शख्स को जब अपने ही मजहब के लोगों ने कब्रिस्तान में दफनाने से इंकार कर दिया तो ऐसे में हिंदू धर्म के लोगों ने श्मशान घाट में जगह दी। घटना हैदराबाद की है जहां 55 वर्षीय खाजा मियां की हृदय गति रुकने से मौत हो गई तो पास के कब्रिस्तान के कर्मचारियों ने उन्हें कोरोना संक्रमित होने के डर से कब्रिस्तान में जगह नहीं दी।

खाजा की पत्नी का कहना है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी मुस्लिम को कब्र के लिए इस तरह भटकना पड़ा है। आज तक ऐसा नहीं हुआ। हम शव को दफनाने के लिए कई जगह भटकते रहे। कई कब्रिस्तानों के चक्कर लगाने पड़े। एक जगह कब्र खोदी भी गई थी लेकिन लोगों ने रुकवा दिया।इस घटना के सामने आने पर संदीप और शेखर नाम के शख्स ने खाजा के परिजनों की मदद की और उन्हें श्मशान घाट में दफ्न होने के लिए दो गज जमीन दी।

खाजा के परिजनों का कहना है कि ऐसे हालात में हम शव को  पैतृक गांव नहीं ले जा सकते थे। कुरनूल से 200 किलोमीटर की दूरी पर है। ऐसे में हमारे पास कोई विकल्प नहीं था। सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम करने वाली इस घटना की लोग तारीफ कर रहे हैं।

बता दें कि गुरुवार को राज्य में कोरोना के 128 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,245 हो गई है। वहीं, देश की बात करें तो पिछले 24 घंटे में देश में 6566 नए केस सामने आए हैं। इसी के साथ अब संक्रमितों की संख्या 1 लाख 58 हजार 333 पर पहुंच गई। देश में पिछले 24 घंटे में 194 लोगों की जान जा चुकी है।

मृतकों की संख्या में यह एक दिन में दूसरा सबसे बड़ा उछाल है। इससे पहले 4-5 मई के बीच देश में 195 लोगों की जान चली गई थी। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 4531 हो गया है। कोरोना से हुई मौतों के मामले में अब भारत तुर्की (4431) को पीछे कर एशिया में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। भारत का दुनिया में संक्रमण से मौत में 15वां नंबर है, जबकि एशिया में अब सिर्फ ईरान (7564) ही उससे आगे है।