तृश्शूर विजिलेंस कोर्ट ने केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किये हैं। सोलर घोटाले की मुख्य आरोपी सरिता एस नायर ने ओमन चांडी को रिश्वत देने की बात कबूली है जिसको संज्ञान में लेते हुए कोर्ट ने ना सिर्फ मुख्यमंत्री ओमन चांडी बल्कि बिजली मंत्री आर्यदन मोहम्मद के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी कर दिये हैं।

बुधवार को जांच आयोग के सामने अपनी बात रखते हुए सरिता नायर ने कहा कि सोलर पावर प्रोजेक्ट में सरकारी साहयता पाने के लिए उसने चांडी को 1.90 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। इसके अलावा बिजली मंत्री आर्यदन मोहम्मद को भी 40 लाख रुपये बतौर रिश्वत दिये गये थे।

सरिता नायर के इस बयान से एक दिन पहले ही चांडी ने जांच आयोग के सामने लाई-डिटेक्टर टेस्ट कराने से मना कर दिया था। सरिता नायर ने अपने लिव-इन पार्टनर बिजु राधाकृष्णन के साथ मिलकर 2011 में टीम सोलर रिनियुवेबल एनर्जी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई थी। सोलर पावर प्रोजेक्ट के नाम पर लोगों से करोड़ो की ठगी करने के आरोप में दोनों को 2013 में गिरफ्तार कर लिया गया। अपनी पत्नी की हत्या के जुर्म में उम्र कैद काट रहे राधाकृष्णन ने पिछले महीने ही जांच आयोग के सामने कहा था कि उसने मुख्यमंत्री चांडी को 5.5 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।

ओमन चांडी ने तब इस आरोप को राजनैतिक साजिश करार देते हुए पल्ला झाड़ लिया था। अब इस नये आरोप पर उनका कहना है कि केरल में उनके शराबबंदी के फैसले से गुस्साए शराब माफिया उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। शराब बार मालिक जब हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सरकारी पक्ष को नहीं हरा पाये तो अब वो इन आरोपों के सहारे सरकार की साख गिराना चाहते हैं।