AAP MLA Mehraj Malik: जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के एकमात्र विधायक मेहराज मलिक के खिलाफ गैर-जमानत वारंट जारी हुआ है। अरविंद केजरीवाल के विधायक के खिलाफ यह वारंट जम्मू की एक कोर्ट ने पूर्व विधायक और मंत्री गुलाम मोहम्मद सरूरी द्वारा दायर मानहानि मामले के संबंध में जारी किया है।

जम्मू में विशेष आबकारी मोबाइल मजिस्ट्रेट ने गुंडोह पुलिस स्टेशन के एसएचओ को आरोपी को गिरफ्तार करने और 14 मई को कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया।

बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने 17 मार्च के अपने आदेश में कहा कि चूंकि आरोपी मेहराज दीन मलिक पुत्र शमास दीन मलिक पर भारतीय दंड संहिता की धारा 499 के तहत अपराध का आरोप लगाया गया है। आपको उक्त आरोपी को गिरफ्तार करने और 17-05-2025 को मेरे सामने पेश करने का निर्देश दिया जाता है।

यह मामला डोडा में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों के दौरान मलिक द्वारा सरूरी के खिलाफ मानहानि और धमकी देने के आरोपों से उपजा था। सरूरी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 499 (मानहानि) के तहत अपराध के लिए शिकायत दर्ज कराई, जिसमें दावा किया गया कि मलिक ने सोशल मीडिया पर प्रसारित वायरल वीडियो क्लिप में उनके खिलाफ ‘गंदी, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक भाषा’ का इस्तेमाल किया।

4 जून 2024 को कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए मलिक को समन जारी किया और उन्हें 20 जुलाई 2024 को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया था। हालांकि, मलिक पेश नहीं हुए, जिसके बाद कोर्ट ने अंततः 17 मार्च को उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया। मामले की अगली सुनवाई 14 मई को होगी जब न्यायालय वारंट के अनुपालन की समीक्षा करेगा।

मेहराज मलिक ने क्या कहा?

वहीं, इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मेहराज मलिक ने कहा कि यह एक निजी मामला है और वह विधानसभा में अपने कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मलिक ने कहा कि मैं एक विधायक हूं; आप मुझसे पूछ सकते हैं कि विधानसभा में क्या चल रहा है। यह ( गैर-जमानती वारंट ) एक निजी मामला है। आप इसके अलावा किसी और चीज के बारे में पूछ सकते हैं… मैं उस मामले पर बात नहीं करना चाहता; लोग इसे देखेंगे।

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ANI से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने मुझे राजनीति सिखाई, वे अब मुझे कानून भी सिखाएंगे… मुझे नहीं पता कि वारंट क्या है। मैं लोगों के मुद्दों के साथ विधानसभा में व्यस्त हूं… यह एक गैर-जमानती वारंट है। मुझे गिरफ्तार किया जा सकता है और जमानत मिल सकती है। इससे ज्यादा क्या हो सकता है? मैंने किसी को नहीं मारा है… कोई छोटा-मोटा मामला हो सकता है; मुझे इसके बारे में नहीं पता।

कानूनी कार्यवाही के बावजूद, मलिक ने राज्य के शासन पर ध्यान केंद्रित करते हुए बड़े मुद्दे पर जोर दिया। उन्होंने सवाल किया कि मुख्य मुद्दा यह है कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बन गई है और वह सदन में क्या कर रही है… क्या वे चुनाव के दौरान लोगों से किए गए वादे पूरे कर रहे हैं?

मलिक ने बीजेपी प्रत्याशी को हराया था

जम्मू -कश्मीर के 90 सदस्यों के चुनाव के लिए 18 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 तक तीन चरणों में हुए विधानसभा चुनावों में मेहराज मलिक ने डोडा सीट जीती थी। मेहराज मलिक ने डोडा में भाजपा के गजय सिंह राणा को हराया था।

आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी वीडियो कॉल के दौरान मेहराज मलिक को उनकी जीत पर बधाई दी थी, जिसमें कहा गया था कि “देश भर के सभी आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता खुश हैं कि अब हमारे पास पांचवें राज्य/केंद्र शासित प्रदेश में एक विधायक है।

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