COVID-19 का कहर दुनिया में कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच, भारत में भी संक्रमण की रफ्तार बाकी मुल्कों से काफी तेज है। फिर भी केंद्र सरकार टेस्टिंग बढ़ाकर और घरेलू वैक्सीन के निर्माण से संक्रमण के फैलाव को काबू करने और इसे कम करने की दिशा में काम कर रही है। अब तक ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अलावा भारत ने किसी भी देश से वैक्सीन के ट्रायल पर सहमति नहीं जताई है।

तुर्की खुद वैक्सीन बनाने पर दे रही जोरः हालांकि, इस बीच तुर्की तीन अलग-अलग देशों की वैक्सीन को अपने यहां ट्रायल पर उतारने पर विचार कर रहा है। तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फाहरेत्तिन कोका के मुताबिक, फिलहाल उनकी बात चीन, रूस और जर्मनी से चल रही है। इसके अलावा तुर्की खुद भी वैक्सीन विकसित करने पर जोर दे रहा है। इन सबके बीच चौंकाने वाली बात यह है कि अर्दोआन सरकार अब तक टेस्टिंग में प्रतिदिन एक लाख के आंकड़े तक भी नहीं पहुंची है।

रूस ने टीके के लिए किया भारत का रुखः रूस ने कोरोना स्पूतनिक-V के उत्पादन के लिए भारत का रुख किया है। रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के सीईओ किरिल दिमित्रेव ने कहा है कि इस वक्त हमारी वैक्सीन के लिए दुनियाभर से मांग आ रही है। हमें लगता है कि भारत इस दवा को बड़ी मात्रा में तैयार कर सकता है। हमें इस बात का भरोसा है, इसलिए हम भारत के साथ साझेदारी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें विश्लेषण से पता चला है कि भारत के अलावा ब्राजील, दक्षिण कोरिया और क्यूबा जैसे देशों के पास दवा उत्पादन की अच्छी क्षमता है। हम चाहते हैं कि स्पूतनिक-V तैयार करने में इनमें कोई देश अंतरराष्ट्रीय केंद्र बन सके।

‘भारत में 2020 के अंत तक पता लगेगी वैक्सीन की दक्षता’: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने उम्मीद जताई है कि भारत में बन रही वैक्सीनों की दक्षता इस साल के अंत तक पता चल जाएंगी। एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में हर्षवर्धन ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा और वैक्सीन को मंजूरी मिलने में एक महीने का समय और जोड़ लिया जाए, तो 2021 की शुरुआती तिमाही में देश के पास कोरोना का इलाज हो सकता है। बता दें कि भारत में इस वक्त तीन वैक्सीन ट्रायल की एडवांस स्टेज में हैं। इनमें भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, जायडस कैडिला की एक वैक्सीन और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविशील्ड शामिल हैं।

रूस भारत में करना चाहता है वैक्सीन का ट्रायल: रूस में अगले हफ्ते से कोरोना वैक्सीन के ट्रायल शुरू हो सकते हैं। इन ट्रायल्स में 40 हजार लोग शामिल हो सकते हैं। ट्रायल्स का डेटा इस महीने के आखिर में एक अकेडेमिक जर्नल में भी छपेगा। RDIF के सीईओ के मुताबिक, भारत, ब्राजील, सऊदी अरब और फिलीपींस समेत कई देश आखिरी चरण के ट्रायल में हिस्सा लेने का विचार कर रहे हैं।

टीबी के टीके कोविड-19 होने रोका जा सकता है?: भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), यह जानने के लिए मुंबई में एक अध्ययन करवाएगा कि क्या टीबी के टीके (बीसीजी) से बुजुर्गों में कोविड-19 होने से रोका जा सकता है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बीएमसी ने कहा कि सेठ जी एस मेडिकल कालेज, निकाय द्वारा संचालित केईएम अस्पताल और बीएमसी का जन स्वास्थ्य विभाग संयुक्त रूप से आईसीएमआर के लिए इस अध्ययन में भाग लेंगे।

Live Blog

18:20 (IST)21 Aug 2020
पापुआ न्यू गिनी में चीनी कंपनी ने कर्मचारियों को कोविड-19 का टीका देने का दावा किया

पापुआ न्यू गिनी में एक चीनी खनन कंपनी ने दावा किया है कि कोविड-19 के एक टीके के परीक्षण में उसके कर्मचारियों में कोविड-19 के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई है। एक अखबार में प्रकाशित खबर से यह जानकारी सामने आई। देश के स्वास्थ्य मंत्री पापुआ जेल्टा वोंग ने कहा कि उनका विभाग रामु निको मैनेजमेंट लिमिटेड कंपनी के दावों की जांच कर रहा है।   

राष्ट्रीय महामारी प्रतिक्रिया नियंता डेविड मैनिंग ने बृहस्पतिवार को पापुआ न्यू गिनी में कोविड-19 टीके के परीक्षण पर प्रतिबंध लगा दिया था और बाद में कहा था कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य विभाग ने किसी प्रकार के परीक्षण की अनुमति नहीं दी। कंपनी के दस्तावेज में कहा गया कि चीन के 48 कर्मचारियों को दस अगस्त को कोरोना वायरस का टीका दिया गया है।

17:40 (IST)21 Aug 2020
Pfizer की दूसरी कोरोना वैक्सीन में नहीं हैं साइड एफेक्ट्स

अमेरिकी कंपनी Pfizer की दूसरी कोरोना वैक्सीन में साइड एफेक्ट्स न के बराबर हैं। Pfizer यह वैक्सीन जर्मनी की बायोएनटेक के साथ बना रही है। एक मेडिकल स्टडी के मुताबिक, जिन लोगों को यह वैक्सीन दी गई, उनका एंटीबॉडी काउंट 5 गुना तक बढ़ गया। बता दें कि Pfizer पहले ही एक कोरोना वैक्सीन पर काम कर रही है। यह उसकी दूसरी एक्सपेरिमेंटल वैक्सीन है।

17:05 (IST)21 Aug 2020
वैक्सीन एक्सपर्ट एंथनी फौची बोले- अमेरिका में अनिवार्य नहीं होगा वैक्सीन लगवाना

अमेरिका के वैक्सीन एक्सपर्ट और कोरोना से निपटने में डोनाल्ड ट्रंप सरकार के सलाहकार डॉक्टर एंथनी फौची ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका में किसी के लिए भी वैक्सीन लगावाना अनिवार्य नहीं किया जाएगा। इसे लोगों पर ही छोड़ा जाएगा कि वे इसे लगवाना चाहते हैं या नहीं। बता दें कि अमेरिका अब तक पांच अलग-अलग कंपनियों से वैक्सीन ऑर्डर कर चुका है। ट्रंप सरकार मुफ्त में ही लोगों को वैक्सीन की सुविधा मुहैया कराना चाहती है।

16:36 (IST)21 Aug 2020
चीन की कोरोना वैक्सीन को तीसरे फेज के तहत टेस्ट करेगा पेरू

पेरू के स्वास्थ्य विभाग ने चीन की एक कंपनी द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल की मंजूरी दे दी है। इस वैक्सीन को चीन के नेशनल बायोटेक ग्रुप ने बनाया है, जो सरकारी फर्मा कंपनी साइनोफार्म के अंतर्गत है। चीन की यह वैक्सीन फिलहाल संयुक्त अरब अमीरात में भी टेस्ट की जा रही है, जहां वैक्सीन की प्रभावशीलता परखने के लिए हजारों लोगों पर वैक्सीन टेस्ट की जाएगी।

16:08 (IST)21 Aug 2020
हैदराबाद की डॉक्टर रेड्डीज लैब ने कोरोना के इलाज के लिए लॉन्च की दवा

हैदराबाद की फार्मा कम्पनी डॉ. रेड्‌डीज लैबोरेट्रीज ने कोविड-19 की दवा एविगन लॉन्च कर दी है। इसमें एंटीवायरल ड्रग फेविपिराविर की डोज है, जिसे एविगन ब्रांड नाम से लॉन्च किया गया है। इस दवा का इस्तेमाल कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीजों पर किया जाएगा। इसकी एक टेबलेट की कीमत 99 रुपए है। जापान की फ्यूजीफिल्म टोयामा केमिकल ने डॉ रेड्डीज़ को भारत में इस दवा के उत्पादन और बिक्री का विशेषाधिकार दिया है।

15:40 (IST)21 Aug 2020
दुनियाभर की वैक्सीन का हब है भारत

स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने भारत को दुनिया की वैक्सीन का हब (केंद्र) बताया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्वास्थ्य मंत्रालय अलग-अलग कंपनियों से वैक्सीन लेने और उनके डिस्ट्रीब्यूशन की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि यह जानना जरूरी है कि भारत दुनिया में वैक्सीन उत्पादन का औद्योगिक बेस है। यहां से हर साल दुनिया को बच्चों की दो-तिहाई वैक्सीन मिलती हैं।

15:10 (IST)21 Aug 2020
WHO की कोवैक्स फैसिलिटी में 75 देशों ने दिखाई दिलचस्पी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में अमीर देशों से अपील की थी कि वे 31 अगस्त तक कोरोनावायरस की वैक्सीन बनाने के लिए COVAX ग्लोबल वैक्सीन फैसिलिटी का हिस्सा बनें, ताकि उनकी बनाई वैक्सीन को विकासशील देशों के साथ भी साझा किया जा सके। WHO प्रमुख ने कहा था कि उन्होंने इसके लिए 194 सदस्य देशों को पत्र लिखा था। अब खबर है कि 75 देशों ने इस फैसिलिटी का हिस्सा बनने में दिलचस्पी दिखाई है। हालांकि, कुछ बड़े देश अभी भी इससे जुड़ा ऐलान करने से बच रहे हैं। 

14:42 (IST)21 Aug 2020
रूस ने WHO को भेजी कोरोना वैक्सीन से जुड़ी जानकारियां

रूस ने कोरोना वैक्सीन का ऐलान कर दुनिया में हलचल मचा दी है। अब अगले हफ्ते से इसका 40 हजार लोगों पर ट्रायल किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, इसमें विदेशी रिसर्च एजेंसियों को शामिल किया जाएगा। रूस ने ट्रायल के लिए अपने वैक्सीन के 2 हजार डोज मैक्सिको भेजने का फैसला किया है। इस बीच, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) को भी इसने अपने वैक्सीन की जानकारी भेज दी है। रूस ने 11 अगस्त को वैक्सीन स्पुतनिक वी तैयार कर लेने का ऐलान किया था।

14:12 (IST)21 Aug 2020
विदेश में बन रही वैक्सीन पर नजर रखने के लिए भारत में पैनल गठित

भारत सरकार ने विदेशों में बन रही वैक्सीन की जानकारी रखने के लिए एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह गठित किया है। इसका मकसद दुनिया में कहीं भी कोविड19 की वैक्सीन पर चल रहे नए तकनीक, तैयारी, उत्पादन आदि की पूरी जानकारी रखना है। ये एक्सपर्ट भारतीय कंपनियों को इन वैक्सीन को पाने, जरुरी टेस्टिंग आंकड़े नियामक संस्थाओं तक पहुंचाने का काम करेंगे।

13:47 (IST)21 Aug 2020
यूरोपियन यूनियन ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन की 22.5 करोड़ डोज के लिए की डील

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रा जेनेका द्वारा बनाई जा रही कोरोना की संभावित वैक्सीन की डिमांड पूरी दुनिया में बढ़ गई है। जहां अमेरिका, ब्राजील और भारत समेत कई देशों की फर्म पहले ही वैक्सीन के लिए डील कर चुकी हैं। वहीं अब यूरोपियन कमीशन और जर्मन बायोटेक फर्म क्योरवैक ने भी एस्ट्रा जेनेका से 22.5 करोड़ वैक्सीन डोज के लिए समझौता किया है। बताया गया है कि यह सभी डोज यूरोपियन यूनियन में ही बांटी जाएंगी।

13:22 (IST)21 Aug 2020
भारत में एक दिन में रिकॉर्ड 62 हजार मरीज ठीक हुए, रिकवरी रेट 74 फीसदी के पार

भारत में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि इस बीच संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को देश में कोरोना से सबसे ज्यादा रिकवरी दर्ज की गईं। कुल 62 हजार 282 लोग डिस्चार्ज हुए। इसी के साथ देश में अब 21.5 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, रिकवरी रेट भी अब 74 फीसदी के पार चला गया है।

13:22 (IST)21 Aug 2020
भारत में एक दिन में रिकॉर्ड 62 हजार मरीज ठीक हुए, रिकवरी रेट 74 फीसदी के पार

भारत में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि इस बीच संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को देश में कोरोना से सबसे ज्यादा रिकवरी दर्ज की गईं। कुल 62 हजार 282 लोग डिस्चार्ज हुए। इसी के साथ देश में अब 21.5 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, रिकवरी रेट भी अब 74 फीसदी के पार चला गया है।

13:00 (IST)21 Aug 2020
रूस 45 लोकेशन पर टेस्ट करेगा कोरोना वैक्सीन

रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने ऐलान किया है कि कोरोना वैक्सीन - स्पूतनिक-V का अगले हफ्ते तीसरे फेज का ट्रायल शुरू करेगा। बताया गया है कि इस वैक्सीन को 45 लोकेशन पर 40 हजार लोगों पर टेस्ट किया जाएगा। RDIF का कहना है कि यह टेस्ट पहले से ही तय थे और इन्हें रूसी ड्रग रेगुलेटर के पास रजिस्ट्रेशन के बाद लोगों को दिया जाएगा।

12:33 (IST)21 Aug 2020
जॉनसन एंड जॉनसन बना रही दुनिया में सबसे बड़े ट्रायल की योजना

कोरोना वैक्सीन विकसित कर रही जॉनसन एंड जॉनसन दुनिया में सबसे बड़े ह्युमन ट्रायल की योजना बना रही है। दरअसल जॉनसन एंड जॉनसन करीब 60 हजार लोगों पर तीसरे चरण का ट्रायल करेगी। यह कोरोना वैक्सीन का अब तक का सबसे बड़ा ट्रायल होगा। वहीं मोडेर्ना और फाइजर जैसी फार्मा कंपनियां करीब 30 हजार वालंटियर्स पर तीसरे चरण का ट्रायल करेंगी।

12:00 (IST)21 Aug 2020
दुनियाभर के अमीर देश पहले ही कर चुके हैं वैक्सीन के लिए अरबों की डील

दुनियाभर के अमीर देश अब तक वैक्सीन की करोड़ों डोज के लिए अरबों का सौदा कर चुके हैं। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और यूरोपियन यूनियन के देश भी शामिल हैं। सिर्फ अमेरिका ने ही अब तक 5 कंपनियों से वैक्सीन की डोज खरीदने का सौदा किया है, जबकि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रा जेनेका द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन के लिए भी दुनियाभर के विकसित देशों ने पहले ही ऑर्डर दे दिए हैं।

11:30 (IST)21 Aug 2020
किस देश को कैसे मिलेगी कोरोना वैक्सीन, WHO बना रहा योजना

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वैक्सीन को अलग-अलग देशों तक पहुंचाने के लिए दो फेज की योजना तैयार की है। इसके जरिए ज्यादा जोखिम वाले देशों को पहले वैक्सीन देने का प्रावधान रखा गया है और इसके बाद ज्यादा जनसंख्या और खतरे में दिख रहे देशों को वैक्सीन देने की बात कही गई है। दरअसल, डब्ल्यूएचओ पहले ही आशंका जता चुका है कि अमीर देश वैक्सीन कंपनियों से डील कर के सारी डोज अपने पास इकट्ठा कर सकते हैं। ऐसे में महामारी से जूझ रहे गरीब देशों को समस्या हो सकती है और इससे दुनिया में असंतुलन की स्थिति पैदा हो सकती है।

11:00 (IST)21 Aug 2020
सरकार मांग चुकी है वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से कीमतों की जानकारी

हाल ही में कोरोना वैक्सीन को लेकर सरकार द्वारा गठित विशेष कमेटी की बैठक हुई थी। नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता वाली इस समिति ने भारत में वैक्सीन पर काम कर रही कंपनियों से डोज की कीमतों और उनकी उत्पादन क्षमता को लेकर जानकारी मांगी थी। इसके अलावा बैठक में यह भी पूछा गया था कि सरकार किस तरह से उनकी मदद कर सकती है।

10:30 (IST)21 Aug 2020
भारत में 24 घंटे में कोरोना के करीब 69 हजार केस, 989 मौतें

बीते 24 घंटे में कोरोना के 68,898 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 989 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। इसके साथ ही देश में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 29,05,824 हो गई है। इनमें से 6,92,028 एक्टिव केस हैं और 21,58,947 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। देश में अब तक कोरोना से 54,849 की मौत हुई है। पांच सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।

09:56 (IST)21 Aug 2020
WHO बोला- रूसी वैक्सीन पर बातचीत जारी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के यूरोप स्थित दफ्तर ने बताया है कि रूस की बनाई गई संभावित कोरोना वैक्सीन- स्पूतनिक-V के बारे में चर्चा शुरू हो गई है। संगठन फिलहाल उससे इस वैक्सीन पर और ज्यादा जानकारी लेने की कोशिश कर रहा है। WHO के यूरोप डायरेक्टर डॉक्टर हांस क्ल्यूग ने कहा कि एजेंसी सभी वैक्सीन डेवलपमेंट कार्यक्रमों का स्वागत करती है, लेकिन सभी निर्माताओं को वैक्सीन को क्लिनिकल ट्रायल में भेजना ही होगा। रूस की वैक्सीन अब तक सिर्फ कुछ दर्जनभर लोगों पर टेस्ट की गई है।

09:06 (IST)21 Aug 2020
जॉनसन एंड जॉनसन 60 हजार वालंटियर्स पर करेगी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल

कोरोना वैक्सीन विकसित कर रही जॉनसन एंड जॉनसन सबसे बड़े ह्युमन ट्रायल की योजना बना रही है। दरअसल जॉनसन एंड जॉनसन करीब 60 हजार लोगों पर तीसरे चरण का ट्रायल करेगी। यह कोरोना वैक्सीन का अब तक का सबसे बड़ा ट्रायल होगा। वहीं मोडेर्ना और फाइजर जैसी फार्मा कंपनियां करीब 30 हजार वालंटियर्स पर तीसरे चरण का ट्रायल करेंगी।