केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 टीकों की समयबद्ध आपूर्ति की निगरानी, डाटा एकत्र करने तथा टीकाकरण के लिए लोगों के पंजीकरण के वास्ते एक डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘को-विन’ नामक इस प्लेटफॉर्म से पूरी टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देशभर में अब तक कोविड-19 की 14.8 करोड़ से ज्यादा जांच हो चुकी है, कुल संक्रमण दर भी घटकर 6.5 प्रतिशत हुई। देश में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में 54 प्रतिशत मरीज महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के हैं। मंत्रालय के मुताबिक मध्य सितंबर के बाद से भारत में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आ रही है जबकि कई देशों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश मेंदेश में 2.39 लाख टीका लगाने वाली एएनएम हैं। केवल 1.54 लाख एएनएम को टीकाकरण के लिए लगाया जाना है। नियमित टीकाकरण सहित नियमित स्वास्थ्य सेवाओं पर कोरोना टीकाकरण से कम से कम प्रभाव पड़ेगा। COVID-19 टीकाकरण अभियान के दौरान इसका ध्यान रखा जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि मौजूदा कोल्ड चेन प्रथम 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंट लाइन कर्मचारियों के लिए आवश्यक COVID-19 वैक्सीन की एक अतिरिक्त मात्रा के भंडारण में सक्षम है।
उत्तरी आयरलैंड की 90 साल की एक महिला कोविड-19 से बचाव के लिए फाइजर/बायोनटेक द्वारा निर्मित टीका लगवाने वाली दुनिया की पहली व्यक्ति बन गई हैं। मार्गरेट कीनान को टीका लगाए जाने के साथ ही ब्रिटेन के सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत भी हो गई। एनिस्किलेन की रहने वाली कीनान ने टीका लगवाने के बाद कहा कि उन्हें ‘‘बहुत खास’’ महसूस हो रहा है।
उन्हें कोवेंट्री के यूनिर्विसटी हॉस्पिटल में टीका लगाया गया है। बीबीसी की खबर के मुताबिक कीनान दुनिया की ऐसी पहली व्यक्ति हैं जिन्हें ट्रायल से इतर फाइजर/बायोनटेक कोविड-19 का टीका लगाया गया है। ब्रिटेन की ‘दवा एवं स्वास्थ्य देखभाल उत्पादन नियामक एजेंसी’ (एमएचआरए) ने पिछले हफ्ते इस टीके को मंजूर दी।
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स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देशभर में अब तक कोविड-19 की 14.8 करोड़ से ज्यादा जांच हो चुकी है, कुल संक्रमण दर भी घटकर 6.5 प्रतिशत हुई। देश में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में 54 प्रतिशत मरीज महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के हैं। मंत्रालय के मुताबिक मध्य सितंबर के बाद से भारत में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आ रही है जबकि कई देशों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
देश में 2.39 लाख टीका लगाने वाली एएनएम हैं। केवल 1.54 लाख एएनएम को टीकाकरण के लिए लगाया जाना है। नियमित टीकाकरण सहित नियमित स्वास्थ्य सेवाओं पर कोरोना टीकाकरण से कम से कम प्रभाव पड़ेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि औषधि क्षेत्र का नियामक कोविड-19 के तीन टीकों पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रहा है और उनमें से सभी को या किसी को जल्द लाइसेंस दिए जाने की संभावना है।
उत्तरी आयरलैंड की 90 साल की एक महिला कोविड-19 से बचाव के लिए फाइजर/बायोनटेक द्वारा निर्मित टीका लगवाने वाली दुनिया की पहली व्यक्ति बन गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देशभर में 2.39 लाख टीका लगाने वाली एएनएम हैं। केवल 1.54 लाख एएनएम को टीकाकरण के लिए लगाया जाना है। नियमित टीकाकरण सहित नियमित स्वास्थ्य सेवाओं पर कोरोना टीकाकरण से कम से कम प्रभाव पड़ेगा। COVID19 टीकाकरण अभियान के दौरान इसका ध्यान रखा जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि मौजूदा कोल्ड चेन प्रथम 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंट लाइन कर्मचारियों के लिए आवश्यक COVID19 वैक्सीन की एक अतिरिक्त मात्रा के भंडारण में सक्षम है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देशभर में 2.39 लाख टीका लगाने वाली एएनएम हैं। केवल 1.54 लाख एएनएम को टीकाकरण के लिए लगाया जाना है। नियमित टीकाकरण सहित नियमित स्वास्थ्य सेवाओं पर कोरोना टीकाकरण से कम से कम प्रभाव पड़ेगा। COVID19 टीकाकरण अभियान के दौरान इसका ध्यान रखा जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि मौजूदा कोल्ड चेन प्रथम 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंट लाइन कर्मचारियों के लिए आवश्यक COVID19 वैक्सीन की एक अतिरिक्त मात्रा के भंडारण में सक्षम है।
भारत में पिछले 24 घंटे में #COVID19 के 26,567 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 97,03,770 हुई। 385 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,40,958 हुई। देश में सक्रिय मामलों की संख्या अब 3,83,866 है। 39,045 नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 91,78,946 हुई।
कल (7 दिसंबर) तक कोरोना वायरस के लिए कुल 14,88,14,055 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से 10,26,399 सैंपल कल टेस्ट किए गए: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) #COVID19
कोरोना टीके के इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद भारत अपने इतिहास में टिकाकरण का सबसे बड़ा अभियान चलाएगा। कोविड-19 टीके पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति ने टीकाकरण के लिए भी अपना खाका तैयार कर लिया है। इसमें फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्करों को पहले टीका लगाया जाएगा। आंकड़ों के अनुसार एक करोड़ फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्करों को अगले साल वैक्सीन की पहली खुराक मिलने की उम्मीद है। द इंडियन एक्सप्रेस ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि टीकाकरण के लिए प्रत्येक केंद्र में तीन अलग-अलग कमरे होंगे। पहले कमरे में शख्स को इंतजार करना होगा और दूसरा कमरा वो होगा जहां टीका लगाया जाएगा। इसके बाद शख्स को ऑब्जर्वेशन रूम में रखा जाएगा, जहां उसे 30 मिनट बैठना होगा क्योंकि इस अवधि के दौरान कुछ प्रतिकूल प्रतिक्रियाएं होती हैं। सूत्रों ने बताया कि हर एक टीकारण में कम से कम तीस मिनट का समय लगेगा इसिलए 100-100 लोगों के बैच में टीकाकरण होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार दिसंबर को एक सर्वदलीय बैठक में उम्मीद जताई थी कि कोविड-19 का टीका कुछ सप्ताह में तैयार हो सकता है। उसी दिन शाम को अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर की भारतीय शाखा ने केंद्रीय औषधि नियामक से अपने टीके के आपात उपयोग की मंजूरी मांगी थी। इससे पहले इस कंपनी को ब्रिटेन और बहरीन में इस तरह की स्वीकृति मिल चुकी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ के लिए छह दिसंबर को इस संबंध में मंजूरी मांगी थी।
दवा कंपनी फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक द्वारा कोविड-19 टीके के आपात उपयोग की मंजूरी से संबंधित आवेदनों पर केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विशेषज्ञ समिति बुधवार को विचार करेगी। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आवेदनों का मूल्यांकन करने के बाद समिति केंद्रीय औषधि नियामक (डीसीजीआई) को अपनी सिफारिश देगी कि क्या किसी भी कोविड-19 टीके के आपात उपयोग के संबंध में मंजूरी दी जाए अथवा नहीं? हैदराबाद की फार्मास्युटिकल कंपनी भारत बायोटेक ने सोमवार को अपने कोविड-19 रोधी टीके 'कोवैक्सीन' के आपात उपयोग की स्वीकृति हासिल करने के लिए केंद्रीय औषधि नियामक के समक्ष आवेदन किया, जिसके बाद सोमवार देर शाम यह निर्णय लिया गया। इससे पहले फाइजर और सीरम इंस्टीट्यूट ऐसा ही आवेदन कर चुके हैं। भारत बायोटेक द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर स्वदेश में कोवैक्सीन टीके को विकसित किया जा रहा है।
ब्रिटेन आज यानी मंगलवार से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू करने जा रहा है। फाइजर और बायोएनटेक कंपनी द्वारा विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन का रोल-आउट आज से शुरू हो रहा है।
मिज़ोरम में कोरोना वायरस के 32 नए मामले सामने आए। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 3,968 है जिसमें 205 सक्रिय मामले, 3,757 डिस्चार्ज हो चुके मामले और 6 मौतें शामिल हैं: सूचना और जनसंपर्क विभाग, मिज़ोरम सरकार
कोरोना वायरस महामारी दुनियाभर में अभी तक 6.80 करोड़ लोगों को अपनी चपेट में ले चुकी है और इससे 15.50 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। इस महामारी से निजात पाने के लिए दुनियाभर में टीका बनाने का काम जारी है और कई जगह ये लगभग अंतिम चरण में है। भारत में दवा कंपनी फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक द्वारा कोविड-19 टीके के आपात उपयोग की मंजूरी मांगी गई है। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर