कांग्रेस ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रवासी श्रमिकों से पिछले दिनों हुई मुलाकात पर एक डॉक्यूमेंट्री शनिवार को जारी की जिसमें गांधी ने कोरोना वायरस महामारी में मुश्किल का सामना कर रहे करोड़ों परिवारों के लिए न्याय की मांग करते हुए प्रत्येक परिवार को 7500 रुपये देने की पैरवी की है। कांग्रेस और राहुल गांधी के विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर इस डॉक्यूमेंट्री को जारी किया गया है। गांधी की आवाज में इस डॉक्यूमेंट्री में मजदूरों की मुश्किलों को बयां करती सुनाई दे रही है।
करीब 17 मिनट की इस डॉक्यूमेंट्री में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के दर्द को दिखाया गया है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का पलायन हुआ है। ट्रेन और बसों के बंद होने के बाद प्रवासी मजदूर को पैदल ही अपने-अपने घरों के लिए निकलना पड़ा। इस दौरान मजदूर हजारों किलोमीटर तक पैदल चले। विभिन्न जगहों पर हुए हादसों में कई मजदूरों की मौत भी हो गई।
इस डॉक्यूमेंट्री में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि गरीबों और मजदूरों को न्याय दिया जाए और देश के आर्थिक रूप से कमजोर 13 करोड़ परिवारों में से प्रत्येक को 7500 रुपये की मदद दी जाए। राहुल गांधी ने गत 16 मई को दिल्ली के सुखदेव विहार फ्लाईओवर के पास इन प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की थी। उन्होंने फुटपाथ पर मजदूरों के साथ बैठकर बात की थी।
WATCH: The full interaction of Shri @RahulGandhi with migrant workers #राहुल_गांधी_मजदूरों_के_साथ https://t.co/sQjQBIrbIt
— Congress (@INCIndia) May 23, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के झांसी के रहने वाले इन मजदूरों का दुख दर्द साझा किया था और घर भेजने का इंतजाम करवाया था। ये मजदूर हरियाणा के अंबाला से पैदल चलकर अपने गांव जा रहे थे। बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते केन्द्र सरकार ने 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लागू कर दिया था। लॉकडाउन के दौरान सभी इंडस्ट्रीज, काम धंधे बंद हैं। जिसके चलते आर्थिक तंगी के कारण मजदूर वर्ग को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है। देश में अभी भी लॉकडाउन जारी है, जो कि 31 मई तक जारी रहेगा।