प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात 8 बजे से देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। सरकार ने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत यह घोषणा की है और इसे पूरे देश में लागू किया गया है। लोगों के बीच दूरी बनाए रखने के लिए सरकार ने यह अभूतपूर्व कदम उठाया है। ऐसा अनुमान है कि भारत में कोरोना वायरस की माहमारी तीसरी स्टेज में पहुंच चुकी है, जहां से कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का खतरा है।

यही वजह है कि सरकार ने इस माहमारी को फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। हालांकि पीएम मोदी के संबोधन के बाद ही लोगों में पैनिक सिचुएशन देखी गई। लॉकडाउन के दौरान जरूरी चीजों की किल्लत ना हो, इसके लिए पीएम मोदी के संबोधन के तुरंत बाद पूरे देश में अलग-अलग जगहों पर राशन की दुकानों पर लंबी-लंबी लाइनें देखी गई।

पीएम मोदी ने लोगों से अपील की है कि ‘वह घबराएं नहीं। जरूरी चीजों की सप्लाई की कमी नहीं होगी। केन्द्र और राज्य सरकारें आपस में समन्वय कर यह सुनिश्चित करेंगी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि दुकानों के आसपास इकट्ठा होने से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा है। घबराएं नहीं और अपने घरों में रहें।’

गृह मंत्रालय ने भी एक ट्वीट कर बताया कि कुछ छूट के साथ सभी कमर्शियल, प्राइवेट प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। राशन की दुकानें, ग्रोसरीज, फल, सब्जी, डेयरी और दूध की दुकानें, मीट-मछली और पशुओं के चारे की दुकानें खुली रहेंगी।

राशन और खाने-पीने की दुकानों के अलावा ई-कॉमर्स, बैंक, इंश्योरेंस ऑफिस, एटीएम, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, टेलीकम्यूनिकेशन, इंटरनेट सेवाएं, ब्रॉडकास्टिंग और केबल सेवाएं लॉकडाउन के दौरान भी जारी रहेंगी। इनके साथ ही पेट्रोल पंप, कोल्ड स्टोरेज यूनिट, पावर जेनरेशन और ट्रांसमिशन सेवाएं, प्राइवेट सिक्योरिटी सेवाएं भी जारी रहेंगी।

वहीं सभी यातायात सेवाएं, जिनमें हवाई, रेल, बसें या रोड ट्रांसपोर्ट शामिल हैं, उन पर पाबंदी लगा दी गई है। मेडिकल सेवाएं सरकारी और निजी दोनों जारी रहेंगी। इसके साथ ही मेडिकल इक्विपमेंट बनाने वाली यूनिट भी काम करती रहेंगी।

सरकार ने लॉकडाउन को लागू करने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन को सौंपी है। जिसके तहत जिलाधिकारी अपने अपने जिलों में लॉकडाउन के हालात पर नजर रखेंगे और साथ ही जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को पास जारी करने की जिम्मेदारी भी स्थानीय प्रशासन को दी गई है।