देश में कोरोनावायरस के केसों में पिछले दो हफ्तों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पिछले 24 घंटे में ही भारत में कोरोना के 93 हजार 249 नए मामले सामने आए हैं। यह पिछले साल 19 सितंबर के बाद से नए केसों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस दौरान 513 लोगों की मौत भी हुई है। कोरोना के इस बढ़ते प्रकोप के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य सचिव और नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर विनोद पॉल भी मौजूद हैं।
भारत के लिए कोरोना के मौजूदा आंकड़े काफी डराने वाले हैं। पिछले साल मार्च में महामारी के तेजी पकड़ने के बाद से अब तक देश में कुल 1 करोड़ 24 लाख 85 हजार 509 संक्रमण के मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें कुल 1.16 करोड़ लोग डिस्चार्ज भी किए गए। एक्टिव केसों की बात करें तो 2 लाख के नीचे जाने के बाद अब इनकी संख्या तीन गुना से ज्यादा बढ़कर 6 लाख 91 हजार 597 तक पहुंच गई है। संक्रमण के नए मामले आने के साथ ही मृतकों की संख्या अब 1 लाख 64 हजार 623 के पार हो गई है।
एक तरफ जहां कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, वहीं वैक्सीनेशन की रफ्तार में अब तक कोई खास तेजी नहीं देखी गई है। पिछले 24 घंटे में देश में सिर्फ 27 लाख 38 हजार वैक्सीन डोज दी गई हैं। ये एक दिन पहले के 37 लाख के रिकॉर्ड से करीब 10 लाख कम है। अब तक कुल 7 करोड़ 59 लाख 79 हजार 651 वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। बता दें कि देशव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी को शुरू की गई थी और पहले स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण शुरू किया गया था। वहीं अग्रिम मोर्चा के कर्मियों का टीकाकरण दो फरवरी से शुरू किया गया था।
कोरोना के बढ़ते केसों के बीच ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) निदेशक रणदीप गुलेरिया का भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि देश को मौजूदा समय में एक मिनी लॉकडाउन की जरूरत है। एम्स निदेशक के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर की पीक भारत में इसी महीने आ सकती है। उन्होंने हालात को चिंताजनक बताते हुए कहा कि लोग अब मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
बता दें कि कोरोना से सबसे बुरे हालात महाराष्ट्र में हैं। यहां शुक्रवार और शनिवार के बीच 49 हजार 447 केस सामने आए। इसके अलावा 277 मरीजों की जान भी गई। अकेले महाराष्ट्र में ही अब तक कुल 55 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई है, जहां इस दौरान 9108 नए केस आए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पहले ही महामारी से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने पर जल्द ही निर्णय लेने की बात कह चुके हैं, हालांकि उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की है कि राज्यव्यापी लॉकडाउन होगा या नहीं।