गुजरात में बढ़ते कोरोना संकट को देखते हुए गुजरात हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है।हाईकोर्ट ने इस मुद्दे पर एक जनहित याचिका दायर करने का आदेश दिया है। अदालत ने कहा है कि मीडिया में महामारी को लेकर आई खबरों में यह संकेत दिया गया था कि प्रदेश ‘स्वास्थ्य आपातकाल जैसी स्थिति’ की तरफ बढ़ रहा है। मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ ने एक मौखिक आदेश के जरिये उच्च न्यायालय की रजिस्ट्री को खुद नई जनहित याचिका दायर करने को कहा जिसका शीर्षक ‘अनियंत्रित बढ़ोत्तरी और कोविड नियंत्रण में गंभीर प्रबंधन मुद्दा’ है।
यह कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर प्रदेश के उच्च न्यायालय द्वारा दाखिल इस तरह की दूसरी जनहित याचिका है। पहली जनहित याचिका पिछले साल दायर की गई थी और उस पर अब भी नियमित अंतराल पर सुनवाई चल रही है। मुख्य न्यायाधीश ने रजिस्ट्री को सूचित किया कि नई जनहित याचिका में गुजरात सरकार, उसके स्वास्थ्य विभाग के साथ ही केंद्र सरकार को भी पक्ष बनाया जाए। इस याचिका पर सोमवार को मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति भार्गव डी करिया की पीठ द्वारा नाथ के आधिकारिक आवास पर ऑनलाइन तरीके से सुनवाई होगी।
Coronavirus Lockdown in India LIVE Updates
बताते चलें कि गुजरात में कोरोना संकट तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में एक दिन में 5400 नए मामले सामने आए। जबकि 54 मरीजों की इस दौरान मौत हुई।
बढ़ते कोरोना संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने रविवार को सभी स्कूल-कॉलेजों को 30 अप्रैल तक बंद रखने का आदेश दिया है। सरकार ने सभी निजी कॉलेजों से कह है कि वो छात्रों को परिसर में बुलाने के बजाए ऑनलाइन माध्यम से कक्षाओं का संचालन करें।
बताते चलें कि कोरोना वैक्सीन की कमी और कई राज्यों में नई पाबंदियों के बीच संक्रमण की तेज रफ्तार चिंता बढ़ा रही है। देश में रविवार को जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के 1.52 लाख नए केस सामने आए। लगातार पांचवे दिन यह आंकड़े एक लाख से ज्यादा रहे हैं। महाराष्ट्र में लगातार पांच दिनों से नए केस 50 हजार से ज्यादा सामने आ रहे हैं।
