Coronavirus (Covid-19) Vaccine India HIGHLIGHTS: दुनियाभर के देश कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ कारगर टीका (वैक्सीन) बनाने में जुटे हुए हैं। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से जहां एक तरफ कोरोना वैक्सीन के फेज-1 और फेज-2 के ट्रायल के सफल होने की खुशी मनाई जा रही है। वहीं, देश के ही एक मेडिकल एक्सपर्ट ने देश की संसदीय कमेटी के सामने डराने वाला बयान दिया है। वेलकम ट्रस्ट के निदेशक प्रोफेसर सर जेरेमी फरार ने यूके हाउस ऑफ कॉमन्स हेल्थ कमेटी को बताया है कि क्रिसमस आने तक सब ठीक हो जाएगा, काफी दूर की सोच है। अगर हमें वैक्सीन और इलाज अच्छे ढंग से मिल भी जाएगा, तो भी मानवता को पूरे दशक भर के लिए महामारी से जूझना पड़ सकता है। यह इन्फेक्शन इतनी जल्दी खत्म नहीं होगा। हमें भी कई और साल कोरोना के साथ जीना पड़ेगा।

भारत की दवा कंपनी सिप्ला जल्द ही कोरोना मरीजों के इलाज के लिए देश में फेविपिराविर दवा लॉन्च करने वाली है। इसे काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च की ओर से विकसित किया गया है। फेविपिराविर का ट्रायल जापान में हो चुका है, वहां इस ड्रग ने कोरोना मरीजों को काफी हद तक ठीक कर दिया था। खासकर हल्के और मध्यम केसों में। इसके बाद ही सिप्ला ने इस दवा का उत्पादन शुरू कर दिया है। फिलहाल ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इसे आपातकालीन स्थिति में गंभीर मरीजों को देने का ही प्रावधान रखा है।

बता दें कि ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का पहले और दूसरे चरण का ट्रायल सफल रहा है। अब इस वैक्सीन का तीसरे और अंतिम चरण का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो रहा है। इस वैक्सीन का उत्पादन भारत में भी होना है। खबरों के मुताबिक, सेरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया इसका उत्पादन करेगी।

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भारतीय कंपनी को उम्मीद है कि इस साल अक्टूबर-नवंबर तक कोरोना की वैक्सीन तैयार कर ली जाएगी। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि भारत में अगले चरण का परीक्षण अगस्त के मध्य में शुरू हो सकता है। पूनावाला ने बताया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की वैक्सीन ने शुरुआती चरणों के परीक्षण में उत्साहवर्धक नतीजे दिए हैं। अगले चरण का परीक्षण भारत में बड़े पैमाने पर होगा, जबकि अक्टूबर-नवंबर तक वैक्सीन तैयार हो जाएगी।

Live Blog

09:48 (IST)24 Jul 2020
भारत में कोरोना के 49 हजार से ज्यादा केस, 740 जानें गईं

भारत में कोरोना के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में ही देश में 49 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज हुए हैं, जो अपने आप में रिकॉर्ड है। इसके अलावा 740 लोगों की जान भी गई है। फिलहाल भारत में 4.40 लाख एक्टिव केस हैं, वहीं कोरोना मुक्त हुए लोगों की संख्या भी 8.17 लाख के पार पहुंच चुकी है। 

09:13 (IST)24 Jul 2020
साल के अंत तक लॉन्च हो सकती है भारत में विकसित कोवैक्सीन

भारत में पूरी तरह से स्वदेशी 'कोवैक्सीन' के पहले ह्यूमन ट्रायल (मानव परीक्षण) की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एम्स में बुधवार को 12 लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हुई। अब शुक्रवार यानी 24 जुलाई को 2 लोगों को इसकी डोज दी जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो इसी साल के अंत या अगले साल के पहले महीने तक आम लोगों के लिए वैक्सीन बाजार में आ जाएगी।

08:43 (IST)24 Jul 2020
बिहारः पटना जनरल पोस्ट ऑफिस में बना सैनिटाइजर-मास्क और इम्युनिटी बूस्टर बेचने का काउंटर

बिहार की राजधानी पटना में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच अब जनरल पोस्ट ऑफिस में भी मास्क, हैंड सैनिटाइजर और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले इम्युनिटी बूस्टर को बेचने का काउंटर शुरू किया गया है। इसके सेल्स मैनेजर रंजीत कुमार ने कहा है कि हम फिलहाल सिल्क और खादी से बने 6 तरह के मास्क बेच रहे हैं। लोग हमारे उत्पादों के प्रति अच्छी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।

08:15 (IST)24 Jul 2020
महाराष्ट्रः भारतीय जैन संघतन और बीएमसी ने मुंबई में की लोगों की स्क्रीनिंग

मुंबई में कोरोना पीड़ितों का पता लगाने के लिए भारतीय जैन संघ तन ने बृहनमुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के साथ बड़े स्तर पर स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया। मेडिकल अफसर डॉक्टर अविनाश ने कहा कि हमने स्मार्ट हेलमे के जरिए दो घंटे के अंदर 5 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की। इसमें जो भी संदिग्ध मिले हैं, उन्हें आइसोलेट करने के साथ टेस्ट भी किया जाएगा।

07:48 (IST)24 Jul 2020
कोवैक्सीन तीन फेज के परीक्षण के बाद बाजार में उपलब्ध होगी

एम्‍स के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉक्‍टर संजय राय ने कहा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पूरी तरह भारतीय है। तीन फेज में परीक्षण पार करने के बाद यह वैक्सीन बाजार में आम लोगों के लिए आएगी। पहले फेज में इसका 375 लोगों पर परीक्षण किया जाएगा। इनमें 100 लोगों पर परीक्षण एम्स में होगा। अन्य सेंटरों पर 275 वॉलंटियर्स को वैक्सीन की डोज दी जाएगी। वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल छह महीने के भीतर 3 चरणों में पूरा होगा।

04:41 (IST)24 Jul 2020
कोरोना वैक्सीन ‘कैंडिडेट' का 5000 लोगों पर होगा ट्रायल

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन ‘कैंडिडेट' का भारत में भी जल्द ही ट्रायल शुरू होने वाला है। मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त के आखिर में इस वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल शुरू की जाने की संभावना है। खबरों के मुताबिक इंसानों पर ट्रायल के लिए मुंबई और पुणे के हॉटस्पॉट से 4,000 से 5,000 वॉलनटिअर्स का चुनाव किया जाएगा।

03:18 (IST)24 Jul 2020
तीन फेज में परीक्षण के बाद बाजार में आएगी 'कोवाक्सिन'

भारत में भी पूरी तरह से स्वदेशी ‘कोवाक्सिन’ के पहले ह्यूमन ट्रायल (मानव परीक्षण) की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एम्स में बुधवार को 12 लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हुई। एम्‍स के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉक्‍टर संजय राय ने कहा कि यह वैक्सीन पूरी तरह भारतीय है। तीन फेज में परीक्षण पार करने के बाद यह वैक्सीन बाजार में आम लोगों के लिए आएगी।

02:04 (IST)24 Jul 2020
एम्स सहित देश के 12 सेंटर में चल रहा परीक्षण

एम्‍स के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉक्‍टर संजय राय ने बताया कि कोवाक्सिन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने आईसीएमआर और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर तैयार किया है। इसका जानवरों पर ट्रायल हो चुका है। एम्स के साथ देश में 12 सेंटर पर इसका परीक्षण होगा। 375 लोगों को वैक्सीन देना है। इनमें 100 लोगों पर परीक्षण हमें करना है और 275 पर अन्य सेंटर करेंगे। वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल तीन चरणों में छह महीने में पूरा होगा।

01:14 (IST)24 Jul 2020
कोविड-19 संकट के कारण सरकार के लिये बजट लक्ष्यों को पाने की संभावनाएं कम

आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न संकट के कारण वित्त वर्ष 2020-21 के बजट के लक्ष्यों को शायद ही प्राप्त किया जा सके। उन्होंने हालांकि साथ में यह भी कि आर्थिक वृद्धि में गिरावट उतनी गंभीर नहीं होने वाली है, जैसा कि कयास लगाया जा रहा है।

00:12 (IST)24 Jul 2020
स्कूलों को दोबारा खोलते समय बरतनी होगी सावधानी: डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के इमरजेंसी प्रोग्राम के प्रमुख माइक रेयॉन का कहना है कि स्कूलों को दोबारा खोलते समय सावधानी बरतनी होगी। खासकर पहले ये जान लिया जाए कि वहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन कंट्रोल में है या नहीं। अमेरिका में स्कूलों के खुलने पर नई बहस शुरू हो गई है जबकि यहां मामले अभी भी सामने आ रहे हैं। हमारी पूरी कोशिश होनी चाहिए कि बच्चे वापस स्कूल जाएं लेकिन संक्रमण को कम्युनिटी में रोकना भी जरूरी है। अगर आप कम्युनिटी में संक्रमण को रोक सकते हैं तो आप स्कूल खोल सकते हैं।

23:36 (IST)23 Jul 2020
WHO का दावा- अलग-अलग 3 वैक्सीन का हो रहा आखिरी चरण का ट्रायल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के इमरजेंसी प्रोग्राम के प्रमुख माइक रेयॉन ने कहा कि हम वैक्सीन बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। अब तक तीन अलग-अलग वैक्सीन परीक्षण के तीसरे यानी आखिरी स्तर पर पहुंच चुकी हैं। यह उत्साहजनक बात है कि इनमें से किसी भी वैक्सीन का मानव शरीर पर कोई बड़ा साइड इफेक्ट या खतरा देखने को नहीं मिला है। यह एक बड़ी उपलब्धि की ओर बढ़ने के संकेत हैं।

22:39 (IST)23 Jul 2020
मुंबई-पुणे के हॉटस्पॉट में होगी कोरोना वैक्सीन की टेस्टिंग, 5 हजार लोगों पर परखा जाएगा प्रभाव

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा टेस्ट की जा रही दुनिया की पहली संभावित कोरोना वैक्सीन के नतीजे अब तक काफी प्रभावित करने वाले रहे हैं। सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि वह ऑक्सफोर्ड द्वारा तैयार की जा रही कोरोनावायरस की संभावित वैक्सीन को मुंबई और पुणे के हॉटस्पॉट वाले इलाकों में टेस्ट करेगा। इसके जरिए वैक्सीन के मरीजों पर प्रभाव को समझा जा सकेगा। बताया गया है कि अगस्त के अंत तक इन हॉटस्पॉट्स में रहने वाले 4 से 5 हजार लोगों को वैक्सीन का डोज दिया जाएगा। यह ट्रायल दो महीने तक जारी रहेंगे। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और अमेरिकी कंपनी Pfizer ने इस साल के अंत तक वैक्सीन आने की उम्मीद जताई है।

21:38 (IST)23 Jul 2020
ह्यूमन ट्रायल के लिए 100 की जगह 1800 लोग आए सामने

ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी की वैक्सीन साधारण सर्दी के वायरस के कमजोर वर्जन या एडिनोवायरस (सीएचएडीओएक्स1) पर आधारित है। इसके कारण चिंपैंजियों में संक्रमण होता है। इसे चिंपैंजियों से आए एडिनोवायरस से लिया गया है। साथ ही इसकी जेनेटिक इंजीनियरिंग की जाती है, जिससे मानव शरीर में इसकी प्रतिकृति नहीं बनती है।

21:18 (IST)23 Jul 2020
इम्यून सिस्टम बाहरी तत्वों को हराने के लिए बनाता है एंटीबॉडी

ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी की वैक्सीन साधारण सर्दी के वायरस के कमजोर वर्जन या एडिनोवायरस (सीएचएडीओएक्स1) पर आधारित है। इसके कारण चिंपैंजियों में संक्रमण होता है। इसे चिंपैंजियों से आए एडिनोवायरस से लिया गया है। साथ ही इसकी जेनेटिक इंजीनियरिंग की जाती है, जिससे मानव शरीर में इसकी प्रतिकृति नहीं बनती है।

20:51 (IST)23 Jul 2020
नए वायरस के लिए नई वैक्सीन

कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए वैक्सीन के कई प्रकारों को आजमाया जा रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी की वैक्सीन जिसे एजेडडी1222 भी कहा जाता है। यह भी चीन के कैनसिनो बायोलॉजिस्ट की ही तरह की ही वैक्सीन है। इसी तरह की वैक्सीन में अमेरिका की जॉनसन एंड जॉनसन भी एक है, जो वायरस की जेनेटिक इंजीनियरिंग पर भरोसा करती है। यह एडिनोवायरस को इस उद्देश्य से पेश करती है कि यह प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रेरित करेगा।

19:56 (IST)23 Jul 2020
कोरोना वैक्सीन के वितरण में दिक्कत नहीं आने की कवायद में जुटा है WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के इमरजेंसी प्रोग्राम के प्रमुख माइक रेयॉन ने कहा कि हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि कोरोना वैक्सीन के वितरण में किसी तरह की दिक्कत ना हो। ताकि कोरोना महामारी का संक्रमण जल्द से जल्द रोका जा सके। कारण कि इस वायरस से संक्रमित नए मामले लगभग पूरी दुनिया से आ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि जो भी वैक्सीन सबसे पहले तैयार होती है, उसकी सही तरीके से उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। माइक ने कहा कि डब्लूएचओ पूरा प्रयास कर रहा है कि जो भी वैक्सीन सबसे पहले पॉजिटिव नतीजे लाए, उसके उत्पादन को अधिक से अधिक बढ़ाया जा सके। ताकि पूरी दुनिया के लोगों तक जल्दी से जल्दी वैक्सीन को पहुंचाया जा सके। यह जरूरी भी है। 

19:03 (IST)23 Jul 2020
18 से 55 साल की उम्र वाले स्वस्थ लोगों का ही होगा चयन

ह्यूमन ट्रायल के लिए पूरी तरह स्वस्थ लोगों का ही चयन होगा। इसमें 18 से 55 साल वाले ऐसे लोगों का चयन करेंगे जिन्हें किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं हो। उन्हें कभी कोरोना भी न हुआ हो। फिलहाल दिल्ली के ही लोगों पर ट्रायल होगा। ताकि फालोअप आसानी से हो सके। समय समय पर इनका ब्लड लेकर परीक्षण करते रहना होगा।

18:00 (IST)23 Jul 2020
6 महीने में पूरा हो जाएगा ट्रायल

एम्‍स के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉक्‍टर संजय राय ने बताया कि कोवाक्सिन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने आईसीएमआर और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर तैयार किया है। इसका जानवरों पर ट्रायल हो चुका है। एम्स के साथ देश में 12 सेंटर पर इसका परीक्षण होगा। 375 लोगों को वैक्सीन देना है। इनमें 100 लोगों पर परीक्षण हमें करना है और 275 पर अन्य सेंटर करेंगे। वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल तीन चरणों में छह महीने में पूरा होगा।

17:34 (IST)23 Jul 2020
विश्व स्वास्थ्य संगठन का बयान निराशाजनक, कहा- 2021 तक न करें बाजार में वैक्सीन की उम्मीद

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि दुनियाभर में रिसर्चर वैक्सीन बनाने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। इनमें कुछ आखिरी स्टेज के ट्रायल में भी पहुंच चुके हैं। लेकिन लोग किसी वैक्सीन के बाजार में आने की उम्मीद 2021 तक न करें। WHO (World Health Organization) ने कहा कि वह वैक्सीन के ईमानदारी के साथ बंटवारे को सुनिश्चित करने की कोशिश करेगा। इस दौरान कोरोना के फैलाव को रोकना ही एकमात्र कारगर उपाय है।

17:12 (IST)23 Jul 2020
अमेरिका 10 करोड़ डोज के लिए पिफ्जर और बायोटक को देगा 1.95 अरब डॉलर

कोरोना वैक्सीन अभी बनी नहीं है लेकिन दुनिया के तमाम देश इसे खरीदने का पहले से ही ऑर्डर देने लगे हैं। इसके तहत अमेरिका पिफ्जर और बायोटक को 1.95 अरब डॉलर देगा। इससे वैक्सीन बनने पर 100 मिलियन डोज (खुराक) ली जाएंगी। इन खुराकों को अमेरिका के लोगों को फ्री (मुफ्त) में दिया जाएगा। इसके लिए अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग ने करार किया है।

16:30 (IST)23 Jul 2020
देसी कोवैक्सीन के लिए डॉक्टर डैंग होगी सेंट्रल लैब

देसी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन के लिए नई दिल्ली की डॉक्टर डैंग लैब को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उसे ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल के लिए सेंट्रल लैब बनाया गया है। वहां स्क्रीनिंग और सेफ्टी टेस्टिंग के लिए सैंपल आने भी लगे हैं। बता दें कि दुनिया के तमाम देशों के वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन को तैयार करने में जुटे हैं। कई देश इसके बेहद करीब भी पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही इस बीमारी से निपटने के लिए वैक्सीन दुनिया को मिल सकती है।

16:05 (IST)23 Jul 2020
अमेरिका ने अपने पास दबा ली हैं कोरोना वैक्सीन की 10 करोड़ डोज

बता दें कि बुधवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है। समाचार एजेंसी एएफपी की खबर के मुताबिक, अमेरिका ने कोरोनावायरस के संक्रमण से निजात दिलाने वाले टीके की 10 करोड़ खुराक अपने पास सुरक्षित रख ली हैं। जर्मनी की कंपनी बायोएनटेक ने यह खुलासा किया है। बायोएनटेक ने कहा कि अमेरिका ने $1.95 ​अरब कीमत की कोरोनावायरस की वैक्सीन अपने लिए हासिल की है।

15:20 (IST)23 Jul 2020
भारत में कोरोना का टीकाकरण पूरा करने में लग सकते हैं 2 साल

देश के चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो वैक्सीन जल्द बन भी गई तब भी भारत की 60-70 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण में कम से कम 2 साल का वक्त लगेगा। 'हर्ड इम्यूनिटी' सुनिश्चित करने के लिए कम से कम 60 से 70 प्रतिशत आबादी में रोग प्रतिरोधकता जरूरी है। बता दें कि भारत की सवा अरब आबादी में से अभी तक सिर्फ 12 लाख लोग ही कोरोना से संक्रमित हैं। 

14:52 (IST)23 Jul 2020
भारत में बड़ी आबादी तक वैक्सीन पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने कहा है कि वैक्सीन के उत्पादन के बाद इसे जनता तक पहुंचाने के लिए सबसे बड़े स्तर पर भारत को ही मेहनत करनी पड़ेगी। ऐसी मेहनत जो दुनिया ने शायद पहले नहीं देखी। यही बात भारत में लोगों के टीकाकरण में सबसे बड़ा गतिरोध भी होगी।

14:25 (IST)23 Jul 2020
ट्विटर पर नया ट्रेंड- कोरोना वैक्सीन बनाने की जिम्मेदारी भी सोनू सूद को दे दो

ट्विटर पर कोरोनावायरस से लड़ाई के बीच हंसी-ठिठोली का माहौल भी जारी है। हालांकि, इन सबके बीच एक यूजर ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन बनाने की जिम्मेदारी एक्टर सोनू सूद को दे दी जाए। इस पर रिप्लाई करते हुए सोनू सूद ने कहा कि इतनी बड़ी जिम्मेदारी मत दो भाई। बता दें कि कोरोनावायरस से बिगड़ती स्थितियों के बीच सोनू सूद ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों को घर भिजवाया था। अब सोनू ने विदेश से भी लोगों को लाने के लिए चार्टर्ड फ्लाइट लाने की पहल की है।

13:46 (IST)23 Jul 2020
तमिलनाडुः चेन्नई के अस्पताल में भी शुरू हुआ देश की पहली संभावित वैक्सीन का ट्रायल

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के एसआरएम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में कोरोना की संभावित वैक्सीन- कोवैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है। क्लिनिकल ट्रायल के प्रमुख जांचकर्ता डॉक्टर सत्यजीत मोहपात्रा ने ट्रायल शुरू होने की पुष्टि की। बता दें कि एसआरएम उन 12 रिसर्च संस्थानों में से एक है, जहां कोवैक्सीन की टेस्टिंग होनी है। इस वैक्सीन को आईसीएमआर और हैदराबाद की भारत बायोटेक के रिसर्च के बाद तैयार किया गया है।

13:08 (IST)23 Jul 2020
कोरोनावायरस पर अब तक 1 लाख लोगों को फोन के जरिए दी गई सलाहः स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि अब तक उसके ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म के जरिए कोरोनावायरस पर 1 लाख लोगों को सलाह दी जा चुकी है। इसमें अलग-अलग ओपीडी के साथ आयुष्मान भारत के तहत आने वाले हेल्थ और वेलनेस सेंटर द्वारा की गई बातचीत के ब्योरे भी शामिल हैं। बसे ज्यादा ई-कंसल्टेशन का रिकॉर्ड तमिलनाडु ने बनाया, जहां अब तक 10 हजार लोगों को कोरोना से जुड़ी जानकारियां फोन पर ही दी गई हैं।

12:36 (IST)23 Jul 2020
भारत में ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का उत्पादन शुरू

ऑक्सफोर्ड की संभावित कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का भारत में उत्पादन शुरू हो गया है। दरअसल, ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रा जेनेका ने इस वैक्सीन के लिए भारत के सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ करार किया था। अब कंपनी के पुणे स्थित प्लांट में वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया गया है। सेरम इंस्टीट्यूट इस साल के अंत तक देश में 30 से 40 करोड़ वैक्सीन बना देना चाहता है।

12:05 (IST)23 Jul 2020
चीन के फार्मा ग्रुप का दावा- साल के अंत तक आ जाएगी कोरोना की वैक्सीन

चीन के नेशनल फार्मास्यूटिकल ग्रुप (साइनोफार्म) ने कहा है कि कोरोनावायरस की वैक्सीन 2020 के अंत तक ही आ जाएगी। चीन की कई दवा कंपनियां शुरुआती ट्रायल में सफल हो चुकी हैं। खुद साइनोफार्म भी पहले और दूसरे फेज के ट्रायल पूरे कर चुकी है। इनमें ज्यादातर नतीजे अच्छे आए हैं। बताया गया है कि यह फर्म अगले तीन महीने में वैक्सीन का फाइनल ट्रायल भी पूरा कर लेगी।

11:39 (IST)23 Jul 2020
एक बार में नहीं, दो अलग-अलग डोज में दी जाएगी कोरोना वैक्सीन

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की टेस्ट की जा रही वैक्सीन अगर सफल होती है तो सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इस साल के अंत तक दवा की 30 से 40 करोड़ डोज का उत्पादन कर देगा। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि यह वैक्सीन लोगों को दो डोज में दी जाएगी। असल में हर वैक्सीन पहले लोगों की प्रतिरोधक क्षमता को जगाने और दूसरे शॉट में इसे मजबूत करता है। कोरोना की वैक्सीन भी इसी तरह मरीजों को दी जाएगी।

11:09 (IST)23 Jul 2020
रूसः कोरोनावायरस की वैक्सीन अमीरों को दी गईं, रिपोर्ट में दावा

रूस में कोरोनावायरस वैक्सीन के तैयार होने के बाद इन्हें राष्ट्रपति समेत अरबपतियों को दिया जा चुका है। एक रिपो्ट में ऐसा दावा किया गया है। हालांकि, इसकी अब तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। बताया गया है कि रूस में सभी अमीरों और राजनेताओं ने कोरोनावायरस का टीका लगवाकर कोरोनावायरस के होने वाले संक्रमण से खुद को बचा लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन समेत कई बड़ी हस्तियों ने अप्रैल महीने में ही कोरोना का टीका लगवा लिया था।

10:33 (IST)23 Jul 2020
अगर सब सही रहा, तो साल के अंत तक आ सकती है कोरोनावायरस की वैक्सीन

अमेरिकी कंपनी Pfizer ने कहा है कि अगर सब ठीक रहा और कंपनियों की ट्रायल में चल रही दवाएं फेल नहीं हुईं, तो इस साल के अंत तक कोरोनावायरस की वैक्सीन बाजार में आ सकती है। Pfizer ने कोरोना वैक्सीन के लिए अमेरिकी सरकार से 2 अरब डॉलर की डील की है। वह 10 करोड़ डोज के लिए जर्मन कंपनी बायोएनटेक के साथ पार्टनरशिप में है। फिलहाल अमेरिका की यह कंपनी ट्रायल स्टेज में ही है।

10:02 (IST)23 Jul 2020
भारत में कोरोना के रिकॉर्ड 45 हजार नए मामले, 1129 मौतें

भारत में कोरोनावायरस के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में अब तक के सबसे ज्यादा 45 हजार 720 नए केस सामने आए हैं। इसके अलावा 1129 लोगों की जान भी गई है। इसी के साथ भारत में संक्रमितों की संख्या 12 लाख 38 हजार 635 पर पहुंच गई। साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 29 हजार 861 हो गई है। देश में कोरोना के 4 लाख 26 हजार 167 एक्टिव केस हैं।

09:35 (IST)23 Jul 2020
दिल्ली सरकार का सख्त निर्देश- प्लाज्मा डोनेशन के लिए नहीं होना चाहिए पैसे का लेनदेन

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना से लड़ाई में कारगर साबित हो रही प्लाज्मा थैरेपी के गलत इस्तेमाल पर चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा है कि अगर प्लाज्मा डोनेशन की प्रक्रिया में पैसों के लेन-देन की बात सामने आती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा डोनेशन एक भलाई का काम है। अगर कोई प्लाज्मा खरीदता या बेचता पाया गया, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।

08:59 (IST)23 Jul 2020
कोरोना से लड़ाई में जुटे फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिल सकती है वैक्सीन की पहली डोज

अदार पूनावाला का कहना है कि कोरोनावायरस को खत्म करने के लिए जो वैक्सीन तैयार की जाएगी, वह सरकार के वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तह मुहैया होगी। इसे शुरुआत में कोरोना की चपेट में आसानी से आने वाले लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को दिया जा सकता है। इसके अलावा बच्चे और बुजुर्ग जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन्हें भी इसके डोज मुहैया कराए जाएंगे। कुछ युवाओं को इसकी डोज बाद में भी दी जा सकती है।

08:25 (IST)23 Jul 2020
सेरम इंस्टीट्यूट के सीईओ बोले- अपने जोखिम पर करेंगे वैक्सीन की लाखों डोज का उत्पादन

सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रा जेनेका द्वारा टेस्ट की जा रही वैक्सीन पहले चरण में सफल ही है। लेकिन इसके ट्रायल के अंतिम नतीजे इस साल के अंत तक आएंगे। हालांकि, उनकी कंपनी इससे पहले ही निजी जोखिम उठाते हुए लाखों डोज तैयार कर लेगी। उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है, तो भारत में अगले साल के पहले ही महीनों में यह दवा लोगों तक पहुंच जाएगी।

07:56 (IST)23 Jul 2020
लद्दाखः कोरोना के परीक्षण के लिए टेस्टिंग लैब का उद्घाटन

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कोरोना के परीक्षण के लिए टेस्टिंग लैब का उद्घाटन कर दिया गया है। उपराज्यपाल आरके माथुर ने बुधवार को लेह में लैब खोली। इस लैब के जरिए यूटी में टेस्टिंग की संख्या तेज करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक लद्दाख में कोरोना के करीब 1200 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, इनमें 1010 रिकवर भी हो चुके हैं।

06:31 (IST)23 Jul 2020
प्लाज्मा दान करने की प्रक्रिया में पैसों के लेन-देन पर होगी कड़ी कार्रवाई: दिल्ली सरकार

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को चेतावनी दी कि कोविड-19 के किसी भी मरीज के लिए प्लाज्मा दान करने की प्रक्रिया में अगर पैसों का लेन-देन हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने इस बारे में एक संवाददाता के सवाल का जवाब देते हुए यह कहा। उन्होंने कहा, ‘‘ कोविड-19 के मरीजों के लिए प्लाज्मा दान करना एक परोपकारी कार्य है। और अगर कोई व्यक्ति प्लाज्मा खरीदने या बेचने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

05:26 (IST)23 Jul 2020
एम्स में जल्द शुरू होगा कोरोना के टीके का परीक्षण

कोरोना के इलाज के लिए बने टीके का परीक्षण एम्स में अगले दो से तीन दिन में शुरू हो जाएगा। इसके लिए पंजीकृ त स्वयंसेवकों के सेहत की जांच के लिए उ नके परीक्षण की रिपोर्ट आने का इंतजार है। जैसे ही इनके तंदरुस्त होने की रि पोर्ट आ जाएगी इनकी वैक्सीन का डोज लगा दिया जाएगा।

04:05 (IST)23 Jul 2020
'अक्टूबर-नवंबर तक आ सकता है कोविड-19 का टीका'

सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया को उम्मीद है कि वह इस साल अक्टूर-नवंबर तक कोविड-19 का टीका (वैक्सीन) बना लेगी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदर पूनावाला ने बुधवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बैठक में यह जानकारी दी। सीरम इंस्टिट्यूट मात्रा के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी टीका विनिर्माता कंपनी है। सीरम इंस्टिट्यूट ने बायोफार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ प्रयोग के आधार पर कोविड-19 वैक्सीन ‘कैंडिडेट’ के विनिर्माण के लिए भागीदारी की है। इसका विकास ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने किया है।