कोरोना वायरस के मामलों में एक बाफ फिर लगातार बढ़ोतरी दिखाई दे रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत ने शनिवार को 6,155 नए COVID-19 संक्रमण दर्ज किए हैं। जबकि सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 31,194 हो गई है। कोविड मामलों के तहत पिछले 24 घंटों में 11 मौतें हुई हैं।

केंद्र सरकार बढ़ रहे मामलों को लेकर सतर्क दिखाई दे रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक में उभरते हुए हॉटस्पॉट की पहचान करने और अस्पताल की तैयारी पूरी करने के लिए कहा है। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से अगले दो दिनों में तैयारियों की समीक्षा करने और 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल करने को कहा है।

केरला में भी सरकार सख्त

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बढ़ते मामलों के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय कोविड विश्लेषण बैठक की अध्यक्षता करने के बाद शनिवार को सावधानी बरतने पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र के निर्देश के अनुसार राज्य के अस्पताल मॉक ड्रिल करेंगे। जॉर्ज ने कहा कि शनिवार को राज्य में 1,801 ताजा मामले दर्ज किए गए।

कोरोना से दुनिया सतर्क

कोरोना वायरस अभी दुनिया भर के लिए चर्चा का एक अहम विषय बना हुआ है। अमेरिका में वैज्ञानिकों के एक समूह ने एक ऐसे एंटीबॉडी की पहचान की है जो ओमीक्रॉन सहित कोविड-19 का कारण बनने वाले वायरस के सभी प्रमुख प्रकारों के संक्रमण को रोकता है। खोज से अधिक शक्तिशाली टीके और नए एंटीबॉडी-आधारित उपचार हो सकते हैं।

जर्नल ऑफ क्लिनिकल इन्वेस्टिगेशन में प्रकाशित एक अध्ययन में विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय में वेइल कॉर्नेल मेडिसिन के वरिष्ठ लेखक डॉ पैट्रिक विल्सन और उनके सहयोगियों ने महामारी के दौरान उभरे वायरस के क्रमिक संस्करणों के खिलाफ रोगी के रक्त के नमूनों से प्राप्त एंटीबॉडी का परीक्षण किया है।

वरिष्ठ लेखक डॉ पैट्रिक विल्सन का कहना है कि महामारी खत्म हो रही है, लेकिन वायरस अभी भी बाकि है। यदि अच्छी तरह से नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो यह हर साल महामारी बनकर सामने आता रहेगा।