Ramdas Athawale News: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की हालिया ‘संविधान खतरे में है’ टिप्पणी पर तीखा पलटवार किया। अठावले ने कहा कि गांधी के दावे निराधार और तथ्यहीन हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान खतरे में नहीं है, बल्कि कांग्रेस पार्टी खतरे में है।

न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, “संविधान खतरे में नहीं है, खतरे में कांग्रेस पार्टी है। मैं नहीं मानता कि हमारे संविधान को कोई खतरा है। वास्तव में, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इसे और मजबूत किया जा रहा है।” अठावले ने कहा कि राहुल गांधी के बयान निराधार और तथ्यहीन हैं।

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का यह बयान तब आया जब राहुल गांधी ने महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि प्रत्येक भारतीय का संविधान खतरे में है।

मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आंबेडकर जी एक आदर्श हैं। उन्होंने पूरे देश को एक रहा दिखाई। उन्होंने हमें संविधान दिया। इसलिए, हम उन्हें याद करते हैं और उनके विचारों और संविधान की रक्षा करते हैं… हर भारतीय का संविधान खतरे में है। हम इसकी रक्षा करते हैं, नागरिक इसकी रक्षा करते हैं।

बाद में एक पोस्ट में कांग्रेस नेता ने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। राहुल गांधी ने लिखा, “बाबा साहेब आंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि। समानता न्याय एवं मानवीय गरिमा की उनकी कालातीत विरासत संविधान की रक्षा की मेरे संकल्प को मजबूत करती है और एक अधिक समावेशी भारत के लिए हमारे सामूहिक संघर्ष को प्रेरित करती है।”

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इससे पहले आज भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की ओर से डॉक्टर आंबेडकर फाउंडेशन द्वारा बाबासाहेब डॉक्टर बी आर आंबेडकर की प्रतिमा के पास संसद भवन परिसर में प्रेरणा स्थल पर 70वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया।

डॉ आंबेडकर फाउंडेशन की स्थापना का उद्देश्य बाबासाहेब डॉक्टर बी आर आंबेडकर के आदर्शों का प्रचार प्रसार करना था। यह स्वायत्त संगठन 24 मार्च 1992 को स्थापित किया गया था और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तत्वाधान में कार्य करता है। डीएएफ को राष्ट्रीय स्तर पर बाबासाहेब डॉक्टर आंबेडकर के दृष्टिकोण और दर्शन को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों और पहलों को लागू करने का कार्य सौंपा गया था।

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