संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस बीच रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई। सर्वदलीय बैठक के दौरान कांग्रेस ने केंद्र सरकार से कुछ मुद्दों पर चर्चा की मांग की है। इनमे अडानी और मणिपुर मुद्दा भी शामिल है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। इसके अलावा दिल्ली और देश के कई इलाकों में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर भी चर्चा की मांग की है।

अडानी-मणिपुर समेत इन मुद्दों पर घेरेगी कांग्रेस

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, ”शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस ने सरकार से आग्रह किया है कि न्यूयॉर्क में अमेरिकी न्याय विभाग ने इस बात का संज्ञान लिया है कि यहां का एक प्रमुख औद्योगिक घराना न केवल उद्योग बल्कि सरकार पर भी पकड़ नियंत्रित कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक अडानी समूह ने सौर ऊर्जा से जुड़े विभिन्न उद्योगों के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं और अधिकारियों को लगभग 2300 करोड़ रुपये की रिश्वत दी है।”

प्रमोद तिवारी ने मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा, “हमने मणिपुर मुद्दा उठाने को कहा है। बलात्कार, हत्याएं हो रही हैं और मणिपुर में कोई कानून व्यवस्था नहीं है। देश में बेरोजगारी के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। सेनाओं की वापसी का मुद्दा संसद में उठाया जाना चाहिए। मुझे इस बात की भी चिंता है कि उत्तर भारत में प्रदूषण की स्थिति और गंभीर होती जा रही है।”

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संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। हालांकि भाजपा ने महाराष्ट्र में बड़ी जीत हासिल की है। इससे संसद में उसका आत्मविश्वास भी बड़ा होगा। कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके शिवसेना, बीजेडी और अन्य दलों के नेता सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए। बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में वक्फ संशोधन विधायक पर चर्चा के लिए बनी जेपीसी भी अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है। हालांकि इसमें शामिल कई विपक्षी सांसद अभी और समय देने की मांग कर रहे हैं।

कई विधेयक होंगे पेश

सरकार ने शीतकालीन सत्र में विचार के लिए वक्फ संशोधन विधेयक सहित 16 विधेयक लिस्ट किए हैं। शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार पंजाब कोर्ट्स संशोधन विधेयक, मर्चेंट शिपिंग विधेयक, तटीय शिपिंग विधेयक और भारतीय बंदरगाह विधेयक पेश किए जा सकते हैं। भारतीय वायुयान विधेयक भी राज्यसभा में लंबित है।