नेशनल हेराल्ड मामले की जांच कर रही ईडी ने बुधवार (3 अगस्त, 2022) को यंग इंडिया का दफ्तर सील कर दिया। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय में गहमगहमी बढ़ गई है। कांग्रेस के सभी बड़े नेता AICC पहुंचने लगे हैं।कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह, पी चिदंबरम और अन्य एआईसीसी मुख्यालय पहुंचे है।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कार्यालय और 10 जनपथ आवास के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है। ईडी ने हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन कार्यालय को सील किया।
यंग इंडिया ऑफिस पर ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमें जो कुछ भी कहना है, हम आधिकारिक तौर पर कहेंगे। हमारे प्रवक्ता बोलेंगे। हमें चर्चा करनी होगी, हम करेंगे। (सीलिंग का) कोई कारण नहीं है, कारण सामने आ जाएगा। इस देश में कोई छिप नहीं सकता और हमला नहीं कर सकता।
कांग्रेस पार्टी ने पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के लिए गुरुवार सुबह 9:45 बजे कांग्रेस संसदीय दल कार्यालय में सभी राज्यसभा और लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस सांसद आज की घटना को लेकर संसद में स्थगन प्रस्ताव नोटिस भी देंगे।
पिछले दिनों ईडी ने 14 जगह की थी छापेमारी
बता दें, ईडी ने दिल्ली स्थित नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में बीते दिन रेड की थी। इस मामले को लेकर देश भर में 14 लोकेशन पर छापेमारी की गई। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पिछले दिनों ईडी ने पूछताछ की थी। पूछताछ के विरोध में कांग्रेस ने सत्याग्रह भी किया था। इस दौरान अशोक गहलोत और भूपेश बघेल जैसे मुख्यमंत्रियों समेत कांग्रेस के तमाम दिग्गज दिल्ली की सड़कों पर गिरफ्तारी देते दिखे थे।
जानिए क्या है नेशनल हेराल्ड केस-
नेशनल हेराल्ड जिसका प्रकाशन साल 1938 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने किया था। इस अखबार का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) द्वारा किया जाता था। साल 2008 में घाटे के चलते यह अखबार बंद हो गया। इसके बाद साल 2010 में यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने AJL का अधिग्रहण कर लिया। यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में 76 फीसदी हिस्सेदारी राहुल गांधी और सोनिया गांधी की है। बाकी 24 फीसदी हिस्सेदारी मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास थी। आरोप है कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने महज 50 लाख रुपए में AJL कंपनी का अधिग्रहण किया, जबकि AJL की संपत्ति करीब 2000 करोड़ रुपए है।