Halla Bol Rally: कांग्रेस ने 5 अगस्त को काले कपड़े पहनकर देश में बढ़ रही महंगाई को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए उसे ‘काला जादू’ बताया था। इस प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने देश में डीजल पेट्रोल के बढ़ते दामों और महंगाई को लेकर एक और बड़ी रैली का आयोजन करने जा रही है। कांग्रेस के महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने महंगाई के खिलाफ एक बड़ी रैली का ऐलान किया है। उन्होंने बताया है इसका समापन 28 अगस्त को रामलीला मैदान में ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली के साथ होगा इस रैली को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कांग्रेस 17 अगस्त से लेकर 23 अगस्त तक सभी विधानसभा क्षेत्रों की मंडियों और बाजारों सहित अन्य जगहों पर ‘महंगाई चौपाल’ का आयोजन करेगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ 5 अगस्त को किए गए आंदोलन में हमने देश की जनभावनाओं को देखा था। एक राष्ट्रव्यापी जायज विरोध को ‘काला जादू’ के रूप में कलंकित करने का प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का हताशापूर्ण प्रयास बेतहाशा बढ़ती कीमतों और बेरोजगाारी को नियंत्रित करने में बीजेपी सरकार की पूर्ण विफलता के कारण जन्‍म ले रही असुरक्षा की भावना को उजागर करता है।”

Congress की ‘मंहगाई चौपाल’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कांग्रेस पार्टी आने वाले हफ्तों में इस लड़ाई को बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की श्रंखला के रूप में आगे लेकर जाएगी। ‘मंहगाई पर हल्‍ला बोल’ रैली के रूप में होगा। देश के सभी प्रदेशों की कांग्रेस समितियां एक साथ राज्‍य, जिला और ब्‍लॉक स्‍तर पर ‘मंहगाई पर हल्‍ला बोल- दिल्‍ली चलो’ कार्यक्रम का आयोजिन करेंगी।”

सब कुछ पूंजीपतियों को सौंप रही है ये सरकारः Jairam Ramesh

अपने बयान में जयराम रमेश ने मोदी सरकार की नीतियों को लेकर कहा,’देश के लोग नरेंद्र मोदी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन का खामियाजा भुगत रहे हैं। दही, छाछ, पैकिंग खाद्यान्नो जैसे आवश्यक सामानों पर लगाए गए टैक्स की वजह से महंगाई बढ़ी है। जबकि देश की सार्वजनिक सम्‍पत्ति को मित्र पूंजीपतियों को सैंपा जा रहा है।भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस इन जनविरोधी नीतियों पर लोगों में जागरूकता फैलाती रहेगी और बीजेपी सरकार पर इसकी गलत नीतियों को बदलने के लिए दबाव बढ़ाएगी।”