कांग्रेस ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में एक भी महिला कैबिनेट मंत्री नहीं रहने को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है और सवाल पूछते हुए कहा है कि आखिर टीम 11 में भी एक भी महिला को क्यों जगह नहीं दी गई।
दरअसल रविवार को एक टीवी न्यूज़ चैनल पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव में 40% महिलाओं को टिकट देने की घोषणा किए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी पर तंज कसा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी सामान्य महिला को अपना अध्यक्ष क्यों नहीं बनाती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद अभी भी खाली पड़ा हुआ है।
योगी आदित्यनाथ के इसी बयान पर सोमवार को वीडियो जारी कर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने हमला बोला। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कल आपने प्रियंका गांधी के इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर टिप्पणियां की। मैं आपसे कोई उम्मीद भी नहीं करती थी। महिलाओं के राजनीति में भागीदारी को लेकर तो आप शुरू से असहज रहे हैं। आपने सदन में महिलाओं के आरक्षण का पुरजोर विरोध भी किया था। आपने लेख भी लिखे थे।
आगे सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि लेकिन मैं आपसे सवाल पूछना चाहती हूं कि मुख्यमंत्री बनने के बाद आपका 60 लोगों का मंत्रिपरिषद है। उसमें से एक भी औरत आपको कैबिनेट मंत्री के दर्जे की नहीं मिली। आपके मंत्रिमंडल में दो राज्यमंत्री है और दो स्वतंत्र प्रभार हैं। उनमें एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं मिली। आप जो भी 9 या 11 लोगों की टीम चलाते हैं। उसमें भी एक महिला नहीं है। महिला इस देश की आधी आबादी है और आप इस आधी आबादी की शक्ति को नियंत्रित करने की बात करते हैं। जो आपका महिला विरोधी व्यवहार है, उसको आप ख़त्म कीजिए।
इसके अलावा सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस की विधायक दल की नेता महिला हैं, हमारी महासचिव महिला हैं, हमारी अध्यक्ष महिला हैं। भाजपा में आप एक भी सशक्त महिला का चेहरा जरूर दिखाइएगा। लेकिन आप दिखा नहीं पाइएगा। आपने केंद्र सरकार में कुछ मंत्री बना रखे हैं लेकिन वो सब रबर स्टाम्प हैं।
बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ऐलान किया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 40 फीसदी महिला उम्मीदवार उतारेगी। साथ ही उन्होंने कहा था कि मेरा बस चलता तो मैं 50 प्रतिशत टिकट दे देती। उन्होंने यह भी कहा कि 40 फीसदी टिकट देने का फैसला उन्नाव की उस लड़की के लिए है जिसको जलाकर मारा गया। यह निर्णय हाथरस की उस लड़की के लिए है जिसे न्याय नहीं मिला।