पूर्व नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक (सीएजी) विनोद राय ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले को लेकर किए गए अपने एक दावे पर पूर्व कांग्रेस सांसद संजय निरुपम से बिना शर्त माफी मांग ली है। दरअसल राय ने कई मौकों पर कहा था कि निरुपम उन सांसदों में से एक थे जिन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर कैग की रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का नाम न शामिल करने के लिए उनपर दबाव बनाया था।
बता दें कि इस बात का जिक्र विनोद राय ने अपनी किताब में किया था। इसको लेकर संजय निरुपम ने 2014 में विनोद राय के खिलाफ मानहानि का दावा किया था। जिसपर राय ने पटियाला हाउस में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में माफी मांगी ली है। वहीं उनकी माफी को निरुपम ने स्वीकार भी कर ली है।
इसपर पूरे मामले पर शुक्रवार को कांग्रेस ने कहा कि राय को यूपीए सरकार द्वारा 2जी और कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर अपनी सभी फर्जी रिपोर्ट के लिए पूरे देश से भी माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि यूपीए सरकार की छवि को खराब करने और एक मजबूत अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारने की साजिश में विनोद राय एक ‘मुख्य कठपुतली’ थे। ऐसे में उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि इस साजिश में अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, बाबा रामदेव, वीके सिंह और कुछ अन्य लोग भी शामिल थे, इन लोगों को भी क्षमा मांगनी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली सरकार को बदनाम करने के लिए रचे गए आपराधिक षड्यंत्र से अब धीरे-धीरे पर्दा उठ रहा है।
खेड़ा ने दावा किया, ‘‘इस साजिश में विनोद राय इकलौते षडयंत्रकारी नहीं थे। इसमें और भी कई लोग थे जो आज कई अलग-अलग पदों बने हुए हैं। उन्होंने कहा, “वीके सिंह मोदी सरकार में सात साल से मंत्री हैं। अरविंद केजरीवाल, राजनीति में नहीं आने की बात करते थे लेकिन आज वो मोदी जी के साथ मिलकर दिल्ली में सरकार चला रहे हैं।”
खेड़ा ने कहा, ‘‘विनोद राय अब पूरे देश से माफी मांगें। अगर उनके अंदर जरा सा भी ईमान बचा है तो अपना मेहनताना सरकारी खजाने में वापस कर दें। बाकी कठपुतलियों से भी कहना है कि वो भी इस देश से माफी मांगें। उनके आका को जवाब देने के लिए जनता तैयार है।’’