एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है वहीं दूसरी तरफ राजस्थान की कांग्रेसी सरकार विधायकों के लिए आलीशान फ्लैट्स का निर्माण करवा रही है। इन फ्लैट्स के निर्माण में 265 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसके लिए प्रारंभिक स्तर पर कार्य आरंभ कर दिया गया है।
खबरों के अनुसार विधायकों के लिए ये मकान विधानसभा के समीप ज्योति नगर में बनाए जा रहे हैं। इसके निर्माण के लिए यहां पर विधायकों के पुराने मकान को तोड़ दिया गया है। बनाए जा रहे लग्जरी इमारत की उंचाई 28 मीटर होगी। इस 8 मंजिंला इमारत में 160 लग्जरी फ्लैट्स बनाए जाएंगे। पहले इस प्रोजेक्ट के तहत 176 विधायक आवास बनाए जा रहे थे, लेकिन अब उनकी संख्या घटाकर 160 कर दी गयी है। इसके पीछे की वजह यह बतायी जा रही है कि 176 फ्लैट्स बनाने से सेंट्रल लॉन का क्षेत्रफल कम हो रहा था।
30 महीने में पूरा होगा प्रोजेक्ट: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के प्रस्ताव के अनुसार बनने वाले इस फ्लैट्स को बनाने में 30 महीने का समय लगने की संभावना है। जब इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से मीडिया के द्वारा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये कार्य कानून के दायरे में ही हो रहा है।
बताते चलें कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से दिल्ली में बन रहे नए संसद भवन(सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट ) का लगातार विरोध किया जा रहा है। दूसरी तरफ राजस्थान में उसकी ही सरकार की तरफ से सैकड़ों करोड़ खर्च कर विधायकों के लिए आवास बनाया जा रहा है।
हालांकि इस प्रोजेक्य पर लगने वाले खर्चे के सवालों पर सरकार का कहना है कि इससे सरकार पर कोई अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं आएगा। आवासन मंडल इस इमारत को जालूपुरा की जमीन को बेचकर आए पैसे से पूरा करेगा। सरकार की तरफ से इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी पहले जेडीए को दी गयी थी। लेकिन बाद में उससे छीनकर राजस्थान हाउसिंग बोर्ड को दे दी गयी।