प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर यह दावा करने पर कि इसके नेता आजादी की लड़ाई के दौरान जेल गए थे, कांग्रेस ने इसे झूठा बताया है। कांग्रेस ने कहा है कि आरएसएस के नेताओं ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अंग्रेजों की मदद की थी।

कांग्रेस ने बुधवार को अपने ऑफिशियल X हैंडल पर कहा, “1942 में अंग्रेजों के खिलाफ शुरू हुए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में जब पूरा देश जेल जा रहा था, तब RSS इस आंदोलन को दबाने में अंग्रेजों की मदद कर रहा था।”

कांग्रेस का कहना है कि आरएसएस के लिए एक नारा सबकी जुबान पर था, जो देशभक्त थे, वो जंग में गए, जो गद्दार थे, वो संघ में गए।

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कांग्रेस ने कहा है कि आरएसएस ऐसा संगठन है जिसका एक भी नेता आजादी की लड़ाई में जेल नहीं गया और यह संगठन महात्मा गांधी, भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे देशभक्त और क्रांतिकारियों को अराजक बताकर ब्रिटिश शासन के पक्ष में काम करता था।

कांग्रेस के मुताबिक, RSS ने 100 साल में एक भी काम ऐसा नहीं किया है जिससे देश को किसी तरह का फायदा हो। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कई बार आरएसएस पर हमला बोल चुके हैं।

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क्या कहा था पीएम मोदी ने?

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में संघ के शताब्दी समारोह में भाग लिया था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि आरएसएस के संस्थापक केशव राव बलिराम हेडगेवार के साथ ही संघ के अन्य स्वयंसेवकों को भी ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ने की वजह से जेल में जाना पड़ा था।

प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया था कि 1942 में महाराष्ट्र के चिमूर में आंदोलन हुआ था और आरएसएस के कार्यकर्ताओं को अंग्रेजी हुकूमत ने सताया था। मोदी ने कहा था, “आजादी के बाद भी संघ को हैदराबाद के निजामों के हाथों जुल्म सहना पड़ा लेकिन संघ अपने राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत और एक भारत श्रेष्ठ भारत के लक्ष्य पर टिका रहा।”

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