कांग्रेस पार्टी अडानी मुद्दे को लेकर अभी भी अपने रुख पर कायम दिखाई दे रही है। देश का सबसे बड़ा विपक्षी दल संसद के मानसून सत्र में फिरसे जेपीसी के मुद्दे को उठाने के लिए तैयार है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार (1 जून) को एक प्रेस वार्ता कर कहा है कि अब जब नई संसद में मानसून सत्र आयोजित किया जाएगा, तो हम जेपीसी (Joint Parliamentary Committee) की मांग को दोहराएंगे। 

क्या बोले जयराम रमेश 

कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के मीडिया प्राभरी और महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “पहले भी हमने संसद में अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग की थी, अब जब नई संसद में मानसून सत्र आयोजित किया जाएगा, तो हम वही मांग दोहराएंगे”। 

इससे पहले कांग्रेस ने 100 सवालों से जुड़ी एक किताब लॉन्च की है जिसमें अडानी मुद्दे पर फरवरी से अब तक पीएम मोदी से पूछे गए सवालों को शामिल किया गया है।

कांग्रेस की प्रेस वार्ता में कही गयी मुख्य बातें

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा ,’शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों के लिए नियम होते हैं। इन नियमों से पता चलता था कि विदेशी निवेशकों के पीछे का असली/मुख्य निवेशक कौन है? लेकिन 31 दिसंबर, 2018 को इन नियमों को कमजोर किया गया, फिर 21 अगस्त 2019 को नियमों को हटा दिया गया’। उन्होने कहा, ‘हमने 5 फरवरी से ‘हम अडानी के हैं कौन’ की श्रृंखला में PM मोदी से 100 सवाल पूछे थे। हमने PM मोदी से अडानी मामले पर चुप्पी तोड़ने की बात कही थी। इस संबंध में हमने एक बुकलेट तैयार की है। जिसे आज लॉंच किया गया है।

कांग्रेस अडानी समूह से जुड़े मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग पर अड़ी हुई है। अमेरिकी एजेंसी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से कांग्रेस अडानी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमले कर रही है। । हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे।