लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा जारी है और राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस नेता ने एक बार फिर अग्निवीर योजना पर सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि यह सिर्फ ‘अडाणी’ को फायदा देने के लिए लाई गई स्कीम है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा फिलहाल महाराष्ट्र के दोंडाइचा पहुंची हैं।

क्या बोले राहुल गांधी?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान चीन का जिक्र करते हुए कहा कि— “चीन के सैनिकों को 3-4 साल की ट्रेनिंग मिलती है। ‘मॉडर्न’ हथियार चलाने का तरीका सीखने में तीन-चार साल का वक्त लगता है, लेकिन जो अग्निवीर है उसे 6 महीने की ट्रेनिंग देकर चीन के सैनिक के सामने खड़ा कर दिया जाएगा।”

राहुल गांधी ने आगे कहा–“अग्निवीर इसलिए लागू किया गया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी चाहते हैं कि जो पेंशन का पैसा है वो सीधा अडाणी डिफेंस को चला जाए। जो सैनिक की पेंशन का पैसा है वो अडाणी को चला जाए और सैनिकों की रक्षा और शहीदों का पैसा भी अडाणी को चला जाए।”

क्या है अग्निपथ योजना?

अग्निपथ योजना चार साल के कांट्रैक्ट पर सेना, नौसेना और भारतीय वायु सेना में भर्ती करने के लिए शुरू की गई थी। 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद चार साल के अंत में 25% तक अग्निवीरों को नियमित आधार पर सेवाओं में शामिल किया जाएगा।

इस योजना की घोषणा तब की गई थी जब सशस्त्र बल सैनिकों, नाविकों और वायुसैनिकों की भर्ती को फिर से शुरू करने पर विचार कर रहे थे, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण लगभग दो वर्षों तक भर्तियाँ निलंबित रहीं। वर्तमान में, चिकित्सा शाखा के तकनीकी संवर्ग को छोड़कर सभी नाविकों, वायुसैनिकों और सैनिकों को इस योजना के तहत सेवाओं में भर्ती किया जाता है।