देश में खुदरा मुद्रास्फीति की दर के 7.35 प्रतिशत और थोक मुद्रास्फीति दिसंबर में बढ़कर 2.59 प्रतिशत तक पहुंच गई है। खाने-पीने की चीजों की कीमत में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्ष ने केंद्र की नरेद्र मोदी सरकार पर चौतरफा हमला शुरू कर दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी सरकान ने तो जेब काट पेट पर लात मार दी है। उन्होंने ट्वीट किया, “सब्जियां, खाने पीने की चीजों के दाम आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। जब सब्जी, तेल, दाल और आटा महंगा हो जाएगा तो गरीब खाएगा क्या? ऊपर से मंदी की वजह से गरीब को काम भी नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार ने तो जेब काट कर पेट पर लात मार दी है।”
प्रियंका गांधी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी कई तरह के रिएक्शन दिए हैं। प्रियंका सिंग सेंगर @Priyankajit ने लिखा, “2014 के बाद मंहगाई दर उच्चतम शिखर पर 7.35 % पार कर गई। सभी को अच्छे दिनों की बहुत बहुत बधाई।” दिवेश सिंह लिखते हैं, “सरकार किसी भी पार्टी की हो जनता के मुंह में खाना नहीं डालती। जनता को पेट भरने के लिए खुद काम करना पड़ता है। सरकार का काम है जनता की उन्नति करने के लिए, फलने फूलने के लिए जरूरी माहौल बना कर देना, जो की भाजपा सरकार बहुत अच्छे से कर रही है।”
सब्जियां, खाने पीने की चीजों के दाम आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। जब सब्जी, तेल, दाल और आटा महंगा हो जाएगा तो गरीब खाएगा क्या? ऊपर से मंदी की वजह से गरीब को काम भी नहीं मिल रहा है।
भाजपा सरकार ने तो जेब काट कर पेट पर लात मार दी है। pic.twitter.com/LiSjNlnSWm
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 14, 2020
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने खुदरा मुद्रास्फीति को लेकर को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि गिरती अर्थव्यवस्था देश के लिए बड़ा खतरा है। पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ”देश सीएए, एनपीआर विरोधी प्रदर्शनों से प्रभावित है। दोनों एक स्पष्ट और वर्तमान खतरे को प्रस्तुत करते हैं। गिर रही अर्थव्यवस्था देश के लिए एक बड़ा खतरा है। यदि बेरोजगारी बढ़ती है और आय में गिरावट आती है, तो युवाओं और छात्रों में गुस्से के विस्फोट का खतरा है।”
उन्होंने तंज करते हुए कहा, ”खाद्य मुद्रास्फीति 14.12 प्रतिशत है। सब्जियों की कीमतें 60 प्रतिशत तक बढ़ी हैं। प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हैं। यही भाजपा द्वारा वादा किया गया अच्छे दिन है।” चिदंबरम ने आरोप लगाया, ”अक्षम प्रबंधन का चक्र पूरा हो गया है। जुलाई 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने मुद्रास्फीति 7.39 प्रतिशत पर होने के साथ शुरुआत की थी, जो दिसंबर 2019 में 7.35 प्रतिशत रही।” (भाषा इनपुट के साथ)