कांग्रेस में पुराने और यंग ब्रिगेड के नेताओं के बीच खाई एक बार फिर गुरुवार को दिखाई दी। दरअसल कांग्रेस के यंग ब्रिगेड ने पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को विचारधारा की ट्रेनिंग के लिए एक दल का गठन किया है, जिसे ‘प्रेरक’ नाम दिया गया। लेकिन, इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने इस नाम पर सवाल खड़े किए और कहा कि “प्रेरक” शब्द आरएसएस के “प्रचारक” की तरह सुनने में लगता है। पटेल के प्रश्न उठाने के बाद सोनिया गांधी ने भी इसे खारिज कर दिया।
द इंडियन एक्सप्रेस के डेल्ही कॉन्फिडेंशल में छपे आर्टिकल में बताया गया है कि राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले सचिन राव ने गुरुवार को पार्टी के कार्यकर्ता एवं नेताओं को ट्रेनिंग देने वाले विशेष दल के नामकरण का जिक्र किया। पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में चल रही बैठक के दौरान उन्होंने ट्रेनिंग दल को “प्रेरक” शब्द से संबोधित करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने पार्टी के मेंबरशिप कैंपेन और विचारधारा के विस्तार के संपूर्ण मॉडल को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, इसी दौरान अहमद पटेल ने ‘प्रेरक’ शब्द पर आपत्ति जाहिर की। पंजाब कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सुनील जाखड़ ने भी सामान नजरिया पेश किया। इसके सोनिया गांधी ने भी माना कि प्रेरक शब्द सुनने में आरएसएस के प्रचारक जैसा लग रहा है।
गौरतलब है कि कांग्रेस देश व्यापी मुहिम के तहत विचारधारा को फैलाने की कोशिश शुरू करने जा रही है। इस दौरान पार्टी के मेंबरशिप को बढ़ाने के साथ-साथ मोदी सरकार की नीतियो को भी टारगेट किया जाएगा। इससे पहले सोनिया गांधी ने गुरुवार को बैठक में पार्टी नेताओं से कहा कि सोशल मीडिया के साथ-साथ अब जमीन पर भी तेवर के साथ लड़ाई लड़नी होगी।